Vijayawada: वक़्फ़ संशोधन विधेयक के विरोध में मुसलमानों का देशभर में लगातार विरोध प्रदर्शन जारी है. मुसलमानों के साथ- साथ दूसरे धर्म के लोग भी इस विरोध प्रदर्शन में शामिल हो रहे हैं. बीते दिनों 17 मार्च को अब ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) के नेतृत्व में दिल्ली के जंतर मंतर और 26 मार्च को पटना में विरोध प्रदर्शन किया गया था. वहीं आज यानी कि शनिवार, 29 मार्च को भी AIMPLB के नेतृत्व में ही विजयवाड़ा में वक्फ़ संशोधन बिल के खिलाफ महा धरना प्रदर्शन कर रही है. जिसमें बड़ी तादाद में लोग शामिल हुए है. तो आईए जानते हैं कि इस विरोध प्रदर्शन में AIMPLB सहित अन्य जिम्मेदारान लोगों ने क्या- क्या कहा.
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड का लगातार विरोध जारी
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) लगातार वक़्फ़ संशोधन विधेयक का विरोध कर रही है. (AIMPLB) कहना है कि यह बिल मुसलमानों को उनके मस्जिदों, कब्रिस्तानों और ईबादगाहों से मरहूम करने वाला बिल है. इसी विरोध के सिलसिले में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड विजयवाड़ा में आज महा धरना कर रही है.
‘हम भी रहेंगे, मस्जिदें भी रहेंगी और मस्जिदों से आजानें भी होती रहेंगी’
विजयवाड़ा में वक़्फ़ संशोधन विधेयक के विरोध में हो रहे महा धरना प्रदर्शन में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के जनरल सेक्रेटरी मौलाना फजलुर रहमान मुजद्दिदी ने कहा कि हमने मुल्क की आजादी के मौके पर हमने फैसला किया था कि हम यही रहेंगे यह दफ्न होंगे. साथ ही यह भी फैसला किया था कि हम इस मुल्क में मुकम्मल मजहबी आजादी और इस्लामी पहचान के साथ रहेंगे. हम भी रहेंगे, मस्जिदें भी रहेंगी और मस्जिदों से आजानें भी होती रहेंगी.
मौलाना फजलुर रहमान मुजद्दिदी ने आगे कहा कि ऐसी कोई भी कोशिश जो मुसलमानों की मजहबी आजादी को कम करे, उनके हुकूक को छीन ले. उनको उनकी मस्जिदों, कब्रिस्तानों और ईबादगाहों से मरहूम करे यह हमें कतई मंजूर नहीं है. इस लिए हम पुरजोर विरोध करते हैं कि इस बिल को वापस लिया जाए.
‘मुसलमान इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे’
वहीं ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने कहा कि वक्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ आंध्र प्रदेश की राजधानी विजयवाड़ा में चल रहे धरने से सरकार के साथ-साथ उसके सहयोगियों खास तौर पर TDP और JDU को भी यह संदेश जा रहा है कि यह विधेयक मुसलमानों के वक्फ को हड़पने के लिए लाया जा रहा है, इसलिए मुसलमान इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे और इस विधेयक को पारित करने और लाने वालों के कृत्यों को कभी नहीं भूलेंगे.