नई दिल्ली: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) समेत दूसरी एजेंसियों ने एक बार फिर से पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के देशभर के कई ठिकानों पर छापेमार की है. यह दूसरे राउंड की रेड बताई जा रही है.
पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया पर एक और बड़ी कार्रवाई करते हुए जांच एजेंसियां राज्यों की पुलिस के साथ मिलकर कई राज्यों में छापेमारी की. जानकारी के मुताबिक, असम, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, दिल्ली, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में छापेमारी जारी है.
PFI के 25 कार्यकर्ताओं और नेताओं को गिरफ़्तार किया गया है। कामरूप ग्रामीण से 5, गोलपाड़ा से 10, करीमगंज से 1, उदलगुड़ी से 1, दरंग से 1, धुबरी से 3, बारपेटा से 2 लोगों को गिरफ़्तार किया गया है: असम पुलिस CPRO
(तस्वीरें कामरूप ग्रामीण से हैं।) pic.twitter.com/vl9l6TzFv2
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 27, 2022
ईटीवी भारत की खबर के अनुसार, एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि कर्नाटक में राज्यव्यापी छापेमारी में पीएफआई की राजनीतिक शाखा सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) के 75 से अधिक कार्यकर्ताओं और नेताओं को एहतियातन हिरासत में लिया गया है. एडीजीपी लॉ एंड ऑर्डर, बेंगलुरु आलोक कुमार ने कहा कि एसडीपीआई यादगीर जिला अध्यक्ष सहित 75 से अधिक पीएफआई और एसडीपीआई कार्यकर्ताओं और नेताओं को एहतियातन हिरासत में ले लिया गया है.
राज्य भर में पुलिस छापेमारी चल रही है. धारा 108, 151 सीआरपीसी के तहत मामले दर्ज किए गए हैं. पुलिस ने राज्य के देवनहल्ली, बेंगलुरु ग्रामीण, चिक्काबल्लापुर, चित्रदुर्ग, रायचूर, हासन, बेल्लारी, बागलकोट, कोप्पल और अन्य जिलों में छापेमारी की.
दिल्ली में अलग-अलग जगहों से 30 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया गया है।
मध्य प्रदेश, कर्नाटक, असम, दिल्ली, महाराष्ट्र, तेलंगाना और उत्तर प्रदेश सहित विभिन्न राज्यों में PFI के खिलाफ राज्य पुलिस और इसकी ATS इकाइयों द्वारा छापेमारी जारी है।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 27, 2022
बेंगलुरु के एडीजीपी आलोक कुमार ने कहा कि पीएफआई के रायचूर जिले के पूर्व अध्यक्ष मोहम्मद इस्माइल को भी गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. पीएफआई के तीन नेताओं को मैसूर में जबकि दो नेताओं को चामराजनगर में हिरासत में लिया गया है. मैंगलोर में जिलाध्यक्ष समेत आठ पीएफआई नेताओं को हिरासत में लिया गया है. होसकोटे के चार, चिकबल्लापुर के तीन और बेंगलुरु ग्रामीण के नौ लोगों को हिरासत में लिया गया है.
उत्तर प्रदेश में, राज्य के एटीएस और यूपी स्पेशल टास्क फोर्स ने राज्य भर में छापेमारी में एक दर्जन से अधिक पीएफआई नेताओं को हिरासत में लिया. महाराष्ट्र में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया पर कार्रवाई जारी रही. एटीएस और स्थानीय पुलिस ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में छापेमारी की और संगठन से जुड़े विभिन्न लोगों को गिरफ्तार किया. महाराष्ट्र एटीएस ने कहा कि राज्य के कई हिस्सों में एटीएस और स्थानीय पुलिस पीएफआई से जुड़े लोगों पर छापेमारी कर रही है.
मंगलुरु शहर की पुलिस ने PFI के कई सदस्यों को एहतियातन हिरासत में लिया है। CrPC 107/151 के तहत मामले दर्ज किए गए हैं: एन. शशि कुमार, CP मंगलुरु सिटी, कर्नाटक pic.twitter.com/NGWOVZrpEJ
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ठाणे पुलिस ने बताया कि उसकी अपराध शाखा ने पीएफआई से जुड़े चार लोगों को गिरफ्तार किया है. नासिक पुलिस ने संगठन से जुड़े दो लोगों को भी गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार दोनों व्यक्तियों को आज बाद में अदालत में पेश किया जाएगा. नासिक पुलिस के अनुसार मोहम्मद इरफान के रूप में पहचाने जाने वाले दो व्यक्तियों में से एक को पहले इस साल मई में एक अवैध रैली करने के लिए बुक किया गया था. स्थानीय पुलिस के अनुसार, कुछ लोगों के खिलाफ इनपुट मिले थे, जो पीएफआई से जुड़े थे, जो अवैध गतिविधियों में शामिल थे. मालेगांव कस्बे में भी छापेमारी जारी है.
आज की छापेमारी 22 सितंबर को पीएफआई के खिलाफ एनआईए और ईडी द्वारा शुरू की गई कार्रवाई के क्रम में जारी थी. एनआईए ने 15 राज्यों में फैले अपने अब तक के सबसे बड़े छापे के दौरान पीएफआई के 106 से अधिक सदस्यों को गिरफ्तार किया था. अब तक की सबसे बड़ी जांच प्रक्रिया में कई स्थानों पर तलाशी ली गई. ऑपरेशन देर रात लगभग 1 बजे शुरू हुआ और सुबह 5 बजे तक चला. जिसमें राज्य पुलिस, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के 1,500 से अधिक कर्मियों और एनआईए और ईडी के अधिकारी शामिल थे.
छापेमारी टीमों द्वारा कई दस्तावेज, 100 से अधिक मोबाइल फोन, लैपटॉप और अन्य सामग्री जब्त की गई है. ये तलाशी ‘आतंकवाद को वित्तपोषित करने, प्रशिक्षण शिविर आयोजित करने और प्रतिबंधित संगठनों में शामिल होने के लिए लोगों को कट्टरपंथी बनाने’ में शामिल व्यक्तियों के आवासीय और आधिकारिक परिसरों में की गई थी.