Waqf Amendment Bill: जनता दल यूनाईटेड (JDU) और उसके राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार को वक़्फ़ संसोधन विधेयक का समर्थन करना बड़ा महंगा साबित हो रहा है. वक़्फ़ संसोधन विधेयक का समर्थन करने के बाद से ही JDU के शीर्ष मुस्लिम नेता नीतीश कुमार और पार्टी से काफी नाराज हो गए हैं. इसके बाद एक- एक कर सभी पार्टी से इस्तीफा दे रहे हैं.
कल भी एक शीर्ष नेता ने दिया था इस्तीफा
लोकसभा में वक्फ संसोधन विधेयक का समर्थन करने पर कल यानी कि 3 अप्रैल को सबसे पहले जेडीयू के सीनियर नेता और 21 ढाका के विधानसभा प्रत्याशी डॉ मोहम्मद कासिम अंसारी ने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया. कासिम अंसारी ने अपना इस्तीफा नीतीश कुमार को देते हुए कई गंभीर आरोप भी लगाए.
अब JDU के शीर्ष मुस्लिम नेता और अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश सचिव मो. नवाज मलिक ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है.
तबरेज सिद्दीकी अलीग ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, JDU के अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेश महासचिव मोहम्मद तबरेज सिद्दीकी अलीग ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. मोहम्मद अलीग ने पार्टी के प्राथमिक सदस्यता और अन्य जिम्मेदारियों से इस्तीफा देते हुए सीएम नीतीश कुमार को त्यागपत्र लिखा. उन्होंने अपने त्यागपत्र में लिखा कि वक्फ संशोधन बिल के प्रति नीतीश पार्टी के समर्थन ने मेरे विश्वास को गहरा आघात पहुंचाया.
मो. तबरेज सिद्दीकी अलीग ने आगे कहा कि जिस मुस्लिम समाज ने पिछले 19 साल से जदयू का समर्थन किया इसी के खिलाफ निर्णय में पार्टी ने समर्थन किया. यह समर्थकों के साथ विश्वासघात है. बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में इसका असर दिखेगा.
सभी मुस्लिम नेताओं ने नीतीश कुमार पर मुस्लिमों को गहरा आघात पहुंचाने का आरोप लगाया है.