नई दिल्ली. भड़काऊ बयानों के लिए जाने जाने वाले गाजियाबाद स्थित डासना देवी मंदिर के मुख्य पुजारी यति नरसिंहानंद ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है. उन्होंने दिल्ली में आयोजित हिन्दू महापंचायत में कहा है कि यदि देश का प्रधानमंत्री मुसलमान बना तो 20 साल में देश का 50 प्रतिशत हिन्दू का धर्मांतरण हो जाएगा.
यति नरसिंहानंद हरिद्वार महापंचायत मामले में जमानत पर हैं. यति नरसिंहानंद ने रविवार को कथित तौर पर कहा कि अगर कोई मुस्लिम व्यक्ति देश का प्रधानमंत्री बना तो 20 साल में 50 प्रतिशत हिंदुओं का धर्मांतरण हो जाएगा.
In Hindu Mahapanchayat organised today in Delhi by Jantar Mantar accused Preet Singh, Yati Narsinghanand asked Hindus to pick weapons. He said,"In 20 yrs,40% Hindus will be killed. If you want to change this, be a man. A man keeps weapons." This is violation of his bail condition pic.twitter.com/cEXh4xCf5z
— Kaushik Raj (@kaushikrj6) April 3, 2022
दिल्ली प्रशासन की अनुमति के बिना आयोजित हिंदू महापंचायत को संबोधित करते हुए नरसिंहानंद ने कथित तौर पर हिंदुओं को अपना अस्तित्व बचाने के लिए हथियार उठाने की भी नसीहत दी. यह महापंचायत बुराड़ी मैदान में उसी संगठन ने आयोजित की थी जिसने पूर्व में इसी तरह के कार्यक्रम हरिद्वार और दिल्ली के जंतर मंतर पर आयोजित किए थे जहां कथित तौर पर मुस्लिम विरोधी नारे लगाए गए थे.
बुराड़ी मैदान में रविवार को आयोजित कार्यक्रम में हिंदू श्रेष्ठता की भावना रखने वाले कई नेता शामिल हुए. नरसिंहानंद हरिद्वार की घटना को लेकर इस समय जमानत पर हैं.
उन्होंने कहा, वर्ष 2029 में या वर्ष 2034 में या वर्ष 2039 में मुस्लिम प्रधानमंत्री बन जाएगा. अगर एक बार मुस्लिम प्रधानमंत्री बना तो अगले 20 साल में 50 प्रतिशत हिंदुओं का धर्मांतरण हो जाएगा, 40 प्रतिशत की हत्या कर दी जाएगी और बाकी बचे 10 प्रतिशत या तो शरणार्थी शिविरों में होंगे या दूसरे देश में होंगे. सोशल मीडिया पर महापंचायत के आए वीडियो में नरसिंहानंद कथित तौर पर कहते सुनाई देते हैं, यह हिंदुओं का भविष्य होगा. अगर आप इस भविष्य से बचना चाहते हैं तो मर्द बनो और हथियार उठाओ. हालांकि, इस वीडियो की सत्यता की स्वतंत्र जांच नहीं कर सकी.
इस बीच, कार्यक्रम को कवर करने गए दिल्ली के कुछ पत्रकारों के साथ वहां कथित तौर पर दुर्व्यवहार किए जाने की खबर है. पुलिस ने हालांकि, उन्हें हिरासत में लेने के दावे से इनकार किया है. कार्यक्रम को कवर गए पत्रकारों में से एक ने ट्वीट कर आरोप लगाया कि महापंचायत में हिंदू भीड़ ने मीडिया के दो मुस्लिम सदस्यों पर हमला किया और उन्हें हिरासत में भी लिया गया.
उत्तर पश्चिमी दिल्ली की पुलिस आयुक्त उषा रंगनानी ने ट्विटर पर कहा कि किसी को भी हिरासत में नहीं लिया गया है. उन्होंने ट्वीट किया, कुछ संवाददाता अपनी उपस्थिति के हो रहे विरोध से बचने के लिए स्वेच्छा से वहां मौजूद पुलिस पीसीआर में बैठे और सुरक्षा कारणों से उसी में पुलिस थाने जाने का विकल्प चुना. किसी को हिरासत में नहीं लिया गया है. जरूरी पुलिस सुरक्षा मुहैया कराई गई थी. रंगनानी ने ट्वीट किया, भ्रामक सूचना फैलाने पर ऐसे लोगों के खिलाफ जरूरी कार्रवाई की जाएगी.
FIR also registered against holding of event without permission & for making provocative speech at event.
Further, due legal action is being taken against those who are spreading rumors/misinformation using various platforms including social media.(2/2)— Delhi Police (@DelhiPolice) April 4, 2022
मीडिया ख़बरों के अनुसार, दिल्ली पुलिस ने कार्यक्रम के दौरान भड़काऊ भाषण देने के लिए हिंदू महापंचायत सभा के आयोजकों और यती नरसिंहानंद सहित कई वक्ताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया है.