नई दिल्ली: पसमांदा मुस्लिम महाज अपनी गतिविधियों में तेजी लाने के प्रयास में है. साथ ही समाज को एकजुट करने एवं सरकारी कार्यक्रमों से जोड़ने की भी तैयारी चल रही है. इसकी रूपरेखा तैयार करने को पसमांदा मुस्लिम महाज के बुद्धिजीवियों की एक अहम बैठक इस्लामिक कल्चरल सेंटर में हुई. इस दौरान पसमांदा आंदोलन को विस्तार देने की योजना बनाई गई.
आवाज़ द वॉयस की खबर के मुताबिक, बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया कि दिल्ली के निजामुद्दीन में ऑफिस स्थापित किया जाए. ऑफिस के फाइनेंशियल सपोर्ट के लिए हर एक को 10 नए मेंबर बनाने और 500 रुपये महीना चंदा देने पर भी चर्चा हुई.
इसके अलावा बैठक में मौजूद सभी लोगों ने पांच सूत्री कार्यक्रम पर एकजुट होकर अमल करने का निर्णय लिया. इस पांच सूत्री कार्यक्रम में पसमांदा मुस्लिम समाज को रोजगार से जोड़ना और सरकारों द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं को उनके घर तक पहुंचाना शामिल है.

इसके अलावा भारत के मूल पसमांदा मुस्लिम समाज को शिक्षा के प्रति जागरूक किया जाएगा. समाज के बच्चों को सरकारों द्वारा दी जाने वाली शिक्षा से संबंधित जानकारी दी जाएगी. सुविधाओं के बारे में जागरूक कराया जाएगा.
दिक्कत आने पर महाज इसमें उनकी मदद करेगा. पसमांदा मुस्लिम समाज ने लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने तथा सरकार द्वारा दी जाने वाली स्वास्थ्य संबंधित जानकारी एवं सुविधाएं उपलब्ध कराने में मदद करने का भी फैसला किया. पसमांदा मुस्लिम समाज गांव, शहर, ब्लॉक, तहसील एवं जिला स्तर पर अपने लोगों को कानूनी पहलुओं पर भी जागरूक करेगा.
प्रस्ताव पास कर सामाजिक सौहार्द और भाईचारा कायम करने के लिए हर स्तर पर जागरूकता अभियान चलाने तथा दूसरे धर्मों के लोगों के साथ संवाद स्थापित करने का भी निर्णय लिया गया, ताकि देश और समाज में व्याप्त जहर को कम करने का हर संभव प्रयास किया जाए.

