इस्लामाबाद: पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति और 1999 में करगिल युद्ध के मुख्य सूत्रधार रहे जनरल (सेवानिवृत्त) परवेज मुशर्रफ के पार्थिव शरीर को एक विशेष विमान से दुबई से देश लाया जाएगा और कराची में उन्हें सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा। मीडिया की खबरों में यह जानकारी दी गई।
लाइलाज बीमारी से वर्षों तक जूझने के बाद दुबई के एक अस्पताल में रविवार को मुशर्रफ का निधन हो गया था। वह 79 वर्ष के थे।
समाचार पत्र ‘डॉन’ की खबर के अनुसार, मुशर्रफ के पार्थिव शरीर को एक विशेष विमान से पाकिस्तान लाया जाएगा। विमान सोमवार को दुबई के लिए रवाना होगा। उन्हें कराची में सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा।
इस बीच, ‘खलीज टाइम्स’ के अनुसार, दुबई में पाकिस्तान के महावाणिज्य दूतावास ने मुशर्रफ के पार्थिव शरीर को पाकिस्तान भेजने के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) जारी किया है।
खबर में महावाणिज्य दूत हसन अफजल खान के हवाले से कहा गया, ‘‘हम परिवार के साथ संपर्क में हैं और महावाणिज्य दूतावास हर संभव मदद करेगा। दूतावास ने अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी किया है।’’
करगिल में मिली नाकामी के बाद मुशर्रफ ने 1999 में तख्तापलट कर तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को अपदस्थ कर दिया था। उन्होंने 2001 से 2008 तक पाकिस्तान के राष्ट्रपति के रूप में सेवाएं दी।
मुशर्रफ का जन्म 1943 में दिल्ली में हुआ था और 1947 में उनका परिवार पाकिस्तान चला गया था। वह पाकिस्तान पर शासन करने वाले अंतिम सैन्य तानाशाह थे।
(इनपुट पीटीआई-भाषा)