प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा में चूक का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच चुका है. सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील मनिंदर सिंह ने चीफ जस्टिस एनवी रमणा के सामने इस मामले को उठाया. सुप्रीम कोर्ट इस मामले पर सुनवाई के लिए तैयार हो गया है. इस याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में शुक्रवार 7 जनवरी को सुनवाई होगी.
न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार, सुप्रीम कोर्ट ने मनिंदर सिंह से कहा कि याचिका की एक कॉपी केंद्र सरकार और एक कॉपी पंजाब सरकार को भी भेजे. याचिकाकर्ता ने कहा कि इस मामले की जांच जिला जज की निगरानी में होनी चाहिए. साथ ही जो भी इसके लिए जिम्मेदार है उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की गई है ताकि इस तरह की चूक भविष्य में ना हो.
क्या था मामला ?
पंजाब के बठिंडा में हुसैनीवाला राष्ट्रीय शहीद स्मारक जाते वक्त रोड पर हो रहे प्रदर्शन के कारण बठिंडा से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का काफिला एक फ्लाईओवर पर जाम में फंस गया था.
इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 20 मिनट तक जाम में फंसे रहे. इस कारण प्रधानमंत्री को बीच रास्ते से वापस लौटना पड़ा. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इसे प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक माना है और पंजाब सरकार को दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं.
वहीं दूसरी तरफ पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने इस बात से इनकार किया कि कोई सुरक्षा चूक हुई या इसके पीछे कोई राजनीतिक मकसद था. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार जांच के लिए तैयार है.
इस घटना से बड़ा राजनीतिक विवाद पैदा हो गया और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आरोप लगाया कि पंजाब में सत्तारूढ़ कांग्रेस ने प्रधानमंत्री को ‘‘नुकसान पहुंचाने की कोशिश की’’, जबकि अन्य दलों ने भी कानून और व्यवस्था के मुद्दे पर राज्य सरकार को घेरने का प्रयास किया.
मोदी का काफिला हुसैनीवाला से करीब 30 किलोमीटर दूर फिरोजपुर-मोगा रोड पर पियारेना गांव के पास पहुंचा तो कुछ प्रदर्शनकारियों ने सड़क अवरुद्ध कर दिया जिसके बाद एक फ्लाईओवर पर प्रधानमंत्री का काफिला लगभग 15-20 मिनट तक रुका रहा.
दो साल बाद पंजाब के दौरे पर आए प्रधानमंत्री मोदी दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे और पीजीआईएमईआर सैटेलाइट सेंटर सहित 42,750 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखने वाले थे. उन्हें फिरोजपुर में एक रैली को भी संबोधित करना था.
इधर, पंजाब भाजपा का प्रतिनिधिमंडल ने इस मामले को लेकर राज्य के गवर्नर बनवारीलाल पुरोहित से मुलाकात की. इस दौरान वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में हुई चूक का मुद्दा उठाया.
ईटीवी भारत की खबर के अनुसार, पंजाब सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फिरोजपुर जाते समय सुरक्षा में हुई ‘चूक’ की गहन जांच के लिए बृहस्पतिवार को दो सदस्यों वाली उच्च स्तरीय समिति का गठन किया. एक आधिकारिक प्रवक्ता ने यह जानकारी दी.