डॉ. अल्लामा इकबाल
क़ौम क्या चीज़ है, क़ौमों की इमामत क्या है | Dr Allama Iqbal
قوم کیا چیز ہے، قوموں کی امامت کیا ہے
اس کو کیا سمجھیں یہ بیچارے دو رکعت کے امام
क़ौम क्या चीज़ है, क़ौमों की इमामत क्या है
इस को क्या समझें यह बेचारे दो रेकात के इमामQaum kya cheez hai, qaumon...
पॉइंट ऑफ़ व्यू
अज़ान की व्यवस्था
अज़ान की व्यवस्थाबिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम
(अल्लाह दयावान, कृपाशील के नाम से)नबी करीम (सल्ल.) मदीना चले गए। इस्लामी समाज का आरंभ हुआ और इस्लामी समाज के नियम एवं सिद्धांत निर्धारित किए जाने लगे। नमाज़ जमाअत के साथ पढ़ी जाने लगी। पहले अज़ान की...
डॉ. अल्लामा इकबाल
तेरी नमाज़ में बाक़ी जलाल है न जमाल || Dr Allama Iqbal
تری نماز میں باقی جلال ہےنہ جمال
تری اذان میں نہیں ہے مری سحر کا پیام
तेरी नमाज़ में बाक़ी जलाल है न जमाल
तेरी अज़ान में नहीं है मेरी सेहर का पयामTeri namaaz mein baaqi jalal hai na Jamaal
teree azaan mein...
पॉइंट ऑफ़ व्यू
अंसार और मुहाजिर भाई-भाई बन गए
अंसार और मुहाजिर भाई-भाई बन गएप्रिय दर्शको, आप सबको मेरा प्यार भरा सलाम।नबी करीम (सल्ल.) को एक बहुत बड़ा मेंडेट दिया गया था, जिसके तहत इस्लामी व्यवस्था की स्थापना करनी थी। आप (सल्ल.) आख़िरी नबी थे, और आपके बाद...
डॉ. अल्लामा इकबाल
इन गुलामों का यह मसलक है कि नाक़िस है किताब | Dr Allama Iqbal
اِن غلاموں کا یہ مسلک ہے کہ نا قِص ہے کتاب
کہ سکھاتی نہیں مومن کو غلامی کے طریق
इन गुलामों का यह मसलक है कि नाक़िस है किताब
कि सिखाती नहीं मोमिन को गुलामी के तरीक़In ghulamon ka yeh maslak hai...
पॉइंट ऑफ़ व्यू
मदीना में नबी (सल्ल.) के दो ख़ुत्बे
मदीना में नबी (सल्ल.) के दो ख़ुत्बेप्रिय दर्शको, आप सबको मेरा प्यार भरा सलाम।हम नबी करीम (सल्ल.) के मदनीकाल से गुज़र रहे हैं। तेरह वर्ष तक कठिनाइयाँ और मुसीबतें सहन करने के बाद नबी करीम (सल्ल.) हिजरत करके मदीना...
डॉ. अल्लामा इकबाल
खुद बदलते नहीं, क़ुरआन बदल देते हैं | Dr Allama Iqbal
خود بدلتے نہیں، قرآں بدل دیتے ہیں
ہوئے کس درجہ فقیہانِ حرم بےتوفیق
खुद बदलते नहीं, क़ुरआन बदल देते हैं
हुए किस दर्जा फ़कीहाने हरम बे तौफ़ीक़Khud badalte nahi, Quraan ko badal dete hain
huye kis darja faqeehan-e-haram be taufeeq
الفاظ و معنی:۔
فقیہانِ...
पॉइंट ऑफ़ व्यू
मस्जिदे-नबवी का निर्माण
मस्जिदे-नबवी का निर्माणबिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम
(अल्लाह दयावान, कृपाशील के नाम से)प्रिय दर्शको, नबी (सल्ल.) को पहले ही बता दिया गया था कि आपको हिजरत करनी है, और मेराज की यात्रा से वापस आने के बाद सूरा-17 बनी-इसराईल की आयत-80 में अल्लाह ने...
डॉ. अल्लामा इकबाल
तेरे सोफे हैं अफरंगी, तेरे क़ालीन ईरानी || Dr Allama Iqbal
ترے صوفے ہیں اَفرَنگی، ترے قالین اِیرانی
لہو مجھ کو رلاتی ہے جوانوں کی تَن آسانی
तेरे सोफे हैं अफरंगी, तेरे क़ालीन ईरानी
लहू मुझ को रुलाती है जवानो की तन आसानीTere sophe hain af-rangi, tere qaaleen Irani
lahu mujh ko rulaati ha...
पॉइंट ऑफ़ व्यू
हिजरत की यात्रा में घटनाएँ
हिजरत की यात्रा में घटनाएँबिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम
(अल्लाह दयावान, कृपाशील के नाम से)اَللّٰہُمَّ صَلِّ عَلٰی مُحَمَّدٍ وَّعَلٰی اٰلِ مُحَمَّدٍ وَّ بَارِکْ وَسَلَّمْ
“ऐ अल्लाह, दयालुता की बारिश कर मुहम्मद पर, आपकी सन्तान पर, आपके अनुयायियों पर और उनको बरकत और सलामती प्रदान कर।”नबी...
Latest News
जमाअत के महिला विंग द्वारा ‘सीमाओं से परे देखभाल: एक बेहतर समाज की ओर’ विषय पर वेबिनार का आयोजन
नई दिल्ली, 18 नवंबर 2025: जमाअत-ए-इस्लामी हिंद के राष्ट्रीय महिला विंग ने “सीमाओं से परे देखभाल: एक बेहतर समाज...
- Advertisement -
- Advertisement -
