किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि मुजफ्फरनगर में 2013 की स्थिति अब बदल गयी है और यहां शांति स्थापित हो चुकी है, इसलिए इस बार चुनाव परिणाम कुछ अलग होंगे.
भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने 2013 में मुजफ्फरनगर जिले में भड़के साम्प्रदायिक दंगों का उल्लेख करते हुए कहा, ‘2013 का परिणाम ट्रायल था. ट्रायल का स्टेडियम अब यहां ढह चुका है. जिन स्टेडियम में ये मैच खेले गये थे, वे अब ढह चुके हैं.’
मुजफ्फरनगर जिले में अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने के बाद उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘पिछली स्थिति बदल चुकी है और शांति ने इसकी जगह ले ली है और इस बार परिणाम पहले जैसा नहीं होगा.’
जब उनसे पूछा गया कि आखिर वह किस ‘नये मैच’ की बात कर रहे हैं, तो उन्होंने कहा, ‘नया मैच पहले ही खेला जा चुका है और इसका परिणाम जल्द ही सामने आएगा.’
टिकैत ने कहा कि चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से पूरा हो रहा है और यह अपने आप में बड़ी उपलब्धि है तथा परिणाम सभी के लिए देखने लायक होगा. इससे पहले टिकैत ने साम्प्रदायिकता के आधार पर मतदान न करने के लिए मतदाताओं को आगाह किया था.
उत्तर प्रदेश के 11 जिलों के 58 विधानसभा क्षेत्रों में गुरुवार को हुए पहले चरण के मतदान में 60 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ. COVID-19 प्रोटोकॉल के कारण एक घंटे के विस्तार के बाद शाम 6 बजे मतदान बंद हुआ. चुनाव अधिकारियों ने कहा कि कुछ स्थानों पर ईवीएम में मामूली तकनीकी खराबी के साथ दिन शांतिपूर्ण ढंग से गुजरा.
वर्ष 2017 में हुए पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा ने पहले चरण की 58 में से 53 सीटों पर जीत हासिल की थी जबकि समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी को दो-दो सीटें मिली थी. इसके अलावा राष्ट्रीय लोकदल का भी एक प्रत्याशी जीता था.
(इनपुट) पीटीआई-भाषा