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अमीर खुसरो के 721वें उर्स पर पाकिस्तान से भारत आए 178 जायरीन, चादर पेश करते हुए की तरक्की की दुआ

पाकिस्तानी हाई कमीशन ने तस्वीरें शेयर करते हए कहा कि भारत में पाकिस्तान के कार्यवाहक राजदूत, सआद अहमद वार्रैच ने नई दिल्ली में मशहूर सूफी संत हज़रत अमीर खुसरो (रह.) की दरगाह पर पाकिस्तान सरकार और लोगों की ओर से पारंपरिक चादर चढ़ाई.

Pakistan News: भारत में पाकिस्तान के कार्यवाहक राजदूत ने नई दिल्ली में हजरत अमीर खुसरो (रह.) के 721वें उर्स समारोह के मौके पर हाजिरी लगाई. इस दौरान पाकिस्तान के 178 जायरीन भी शामिल रहे. सभी लोगों ने हजरत अमीर खुसरो (रह.) के 721वें बरसी पर खिराजे अकीदक पेश की.

पाकिस्तानी हाई कमीशन ने दी जानकारी

पाकिस्तानी हाई कमीशन ने इसकी जानकारी दी. हाई कमीशन ने सोशल मीडिया प्लेटफ़र्म एक्स पर तस्वीरें शेयर करते हए कहा कि भारत में पाकिस्तान के कार्यवाहक राजदूत, सआद अहमद वार्रैच ने नई दिल्ली में मशहूर सूफी संत हज़रत अमीर खुसरो (रह.) की दरगाह पर पाकिस्तान सरकार और लोगों की ओर से पारंपरिक चादर चढ़ाई.

सज्जादा नशीन ने किया शानदार स्वागत

पाकिस्तानी हाई कमीशन ने आगे कहा कि इस दौरान हजरत अमीर खुसरो (रह.) के 721वें उर्स समारोह में भाग लेने के लिए भारत आए 178 पाकिस्तानी जायरीनों का एक समूह भी मौजूद था.

बता दें कि सज्जादा नशीन दीवान ताहिर निजामी ने दरगाह पर कार्यवाहक राजदूत, सआद अहमद वार्रैच और अन्य 178 ज़ायरीन का शानदार तरीके से इस्तकबाल किया. साथ ही सज्जादा नशीन ने राजदूत, सआद अहमद वार्रैच और जायरीन के प्रमुख की दस्तारबंदी भी की. इस दौरान सभी लोगों ने पाकिस्तान की तरक्की और समृद्धि के लिए दुआ की.

वहीं कार्यवाहक राजदूत, सआद अहमद वार्रैच और अन्य 178 ज़ायरीन ने उसी परिसर में स्थित हज़रत निज़ामुद्दीन औलिया (रह.) की दरगाह पर भी मत्था टेका.

कौन थे अमीर खुसरो?

बता दें कि अमीर खुसरो, एक मशहूर सूफी कवि थे और निजामुद्दीन औलिया के शिष्य थे. उनको उनकी शायरी, संगीत और फारसी व हिंदवी (पुरानी हिंदी) भाषाओं को बढ़ावा देने के लिए याद किया जाता है. उन्होंने भारत की इस्लामी-संस्कृति को आकार देने में अहम भूमिका निभाई थी.

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