कर्नाटक के मंगलुरु में 27 अप्रैल को भीड़ ने 36 साल के मुस्लिम युवक अशरफ की पीट- पीट कर दत्या कर दी. अशरफ को भीड़ ने इतनी बेरहमी से मारा कि उनकी मौत हो गई. केरल के रहने वाले अशरफ पर आरोप था कि उन्होंने एक लोकल क्रिकेट मैच के दौरान कथित तौर पर ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ का नारा लगाया था. इसके बाद इस मामले में पुलिस ने 20 लोगों को गिरफ्तार किया है.
‘अशरफ ‘इंटेलेक्चुअल डिसेबल’ थे’
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अशरफ केरल के मलप्पुरम जिले के परप्पुर में रहते थे. कबाड़ बीनकर वो अपनी रोजी-रोटी चलाते थे. परिवार के मुताबिक अशरफ ‘इंटेलेक्चुअल डिसेबल’ थे. बता दें कि इस स्थिति में व्यक्ति की सोचने और सीखने की क्षमता औसत से कम होती है.
घर वालों को दो दिन बाद हत्या की खबर मिली
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, 27 अप्रैल को भीड़ ने अशरफ की हत्या कर दी. इसके दो दिन बाद 29 अप्रैल की शाम को परिवार को इसका पता चला. वे तुरंत मंगलुरु पहुंचे, जहां 30 अप्रैल को उन्हें अशरफ का शव सौंपा गया.
किसने सबसे पहले हमला किया?
लोकल मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अशरफ पर सबसे पहले हमला करने वाला कुडुपु निवासी 26 वर्षीय ऑटोरिक्शा चालक टी सचिन था. गिरफ्तार किए गए अन्य लोगों में देवदास, मंजूनाथ, साईदीप, नितेश कुमार, धीक्षित कुमार, संदीप, विवियन अल्वारेस, श्रीदत्त, राहुल, प्रदीप कुमार, मनीष शेट्टी, धनुष, धीक्षित, किशोर कुमार, यतिराज, सचिन, अनिल, सुशांत और आदर्श शामिल हैं.
पुलिस ने इस मामले में भीड़ हिंसा और गैर इरादतन हत्या से संबंधित भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 103(2), 115(2), 189(2), 190, 191(1), 191(3) और 240 सहित कई धाराओं में एफआईआर दर्ज की है.