रूस ने यू्क्रेनी नागरिकों की निकासी के लिए सोमवार सुबह से संघर्ष-विराम के साथ कई क्षेत्रों में मानवीय गलियारों को खोलने की घोषणा की है.
उत्तर, दक्षिण और मध्य यूक्रेन के शहरों में रूस की लगातार जारी गोलीबारी के बीच हजारों यूक्रेनी नागरिक वहां से सुरक्षित निकलने की कोशिश में जुटे हैं.
यूक्रेनी अधिकारियों ने कीव के उपनगरों में विनाशकारी मंजर के बीच नागरिकों को निकालने की कोशिशें नाकाम होने की जानकारी दी है. इस बीच, दोनों पक्षों के अधिकारियों ने सोमवार को तीसरे दौर की वार्ता करने की भी योजना बनाई है.
एक रूसी कार्यबल ने बताया कि संघर्ष-विराम सैन्य अभियान की शुरुआत के 12वें दिन यानी सोमवार सुबह से अमल में आ जाएगा.
कार्यबल की ओर से जारी बयान के मुताबिक, यह संघर्ष-विराम राजधानी कीव, दक्षिणी बंदरगाह शहर मारियुपोल, यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव और सूमी से नागरिकों की निकासी के लिए घोषित किया गया है.
फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि संघर्ष-विराम कब तक लागू रहेगा और इसके तहत कार्यबल के बयान में उल्लिखित क्षेत्रों से आगे के इलाकों में भी लड़ाई रुकेगी या नहीं.
संघर्ष-विराम की यह घोषणा मारियुपोल से नागरिकों को निकालने की दो नाकाम कोशिशों के बीच हुई है. रेड क्रॉस की अंतरराष्ट्रीय समिति ने अनुमान लगाया है कि शहर से लगभग दो लाख लोग सुरक्षित स्थानों पर भागने की कोशिश में जुटे हैं.
रूसी कार्यबल ने बताया कि संघर्ष-विराम और निकासी गलियारों को खोलने की घोषणा फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों के आग्रह पर की गई है, जिन्होंने रविवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से फोन पर बात की थी.
रूसी संवाद समिति ‘आरआईए नोवोस्ती’ द्वारा रक्षा मंत्रालय के हवाले से प्रकाशित निकासी मार्गों से पता चलता है कि यू्क्रेनी नागरिक रूस और बेलारूस जा सकेंगे. कार्यबल ने कहा कि रूसी सेना ड्रोन के जरिये संघर्ष-विराम की निगरानी करेगी.
बता दें कि रूस और यूक्रेन के बीच 12 दिनों से महायुद्ध जारी है जिसके चलते इस महायुद्ध को लेकर पूरी दुनिया में टेंशन है. रूस यूक्रेन जंग के बीच पोप फ्रांसिस ने दुख जताया है. उन्होंने कहा, यूक्रेन में खून और आंसुओं की नदियां बह रही हैं.
(पीटीआई-भाषा से इनपुट के साथ)