रूस-यूक्रेन युद्ध: बमबारी में फंसे भारतीय छात्रों ने यूक्रेनी शहर सूमी से तत्काल निकालने की मांग की

रूस और यूक्रेन के बीच जंग का आज 9वां दिन है. यूक्रेन में रूसी सैनिकों की कार्रवाई के कारण भयानक तबाही हुई है. ऐसे में वहां भारतीय छात्र भी फंसे हुए हैं जो मदद की गुहार लगा रहे हैं.

यूक्रेन के उत्तरपूर्वी सीमावर्ती शहर सूमी में फंसे भारतीय छात्रों का एक समूह सोशल मीडिया पर निकासी की गुहार लगा रहे हैं.

तेजी से घट रही भोजन और पानी की आपूर्ति को देखते हुए, वे हर कुछ घंटों में अपडेट देने के लिए पोस्ट कर रहे हैं और सरकार से आग्रह कर रहे हैं कि स्थिति बिगड़ने से पहले उन्हें तुरंत बचाया जाए.

उनमें से एक महक शेख ने गुरुवार को शहर में एक विस्फोट के रूप में दिखाई देने वाली आठ सेकंड की एक वीडियो क्लिप साझा की.

उसने अपने पोस्ट में लिखा, ‘पूरा शहर ब्लैकआउट, बिजली और पानी की आपूर्ति नहीं और आस-पास कई बम विस्फोट. धीमा नेटवर्क.’

एक अन्य मेडिकल छात्र, राधिका सांगवान ने कहा कि ‘700-800 छात्र सुमी में फंसे हुए हैं, और उनकी निकासी की कोई पुष्टि नहीं हुई है.’

सांगवान ने गुरुवार को ट्वीट किया, ‘मैं सूमी, यूक्रेन में एक छात्र हूं. हां हम मौजूद हैं!!! सूमी में, 700-800 छात्र हैं. यह हमले का 7 वां दिन है और हमारे निकालने की कोई खबर नहीं है. तनाव, भय और चिंता हमें हो रही है. आशा खो गई है. कृपया मदद करें.’

सूमी में फंसे छात्र, फोटो : ट्विटर

कई रिपोर्टों के अनुसार, सूमी में ट्रेनों और बसों का चलना बंद हो गया है, शहर से बाहर सड़कें और पुल नष्ट हो गए हैं और सड़कों पर लड़ाई चल रही है. सभी रास्ते बंद कर दिए गए हैं और दूतावास से कोई मदद नहीं मिलने से छात्र-छात्राएं चिंतित हैं.

एक बंकर में छिपे हुए, तीन मेडिकल छात्रों ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा किया जिसमें उन्होंने निकासी की गुहार लगाते हुए कहा कि उनके पास भोजन ख़त्म हो रहा है और सुरक्षा की स्थिति बिगड़ रही है.

उनमें से एक ने कहा कि ‘बिजली नहीं है. हम पानी के लिए बाहर जा रहे थे तभी धमाका हुआ. इसलिए हम बंकर में दुबारा भाग गए. कृपया हमें यहां से निकालें.’

गुरुवार को शेख द्वारा साझा किए गए एक अन्य वीडियो में, कई हथियारबंद लोगों को उनके छात्रावास के बाहर घूमते देखा गया.

उसने कहा कि ‘हमारे कमरे की खिड़की से बाहर देखने पर चारों ओर हथियारबंद लोगों दिखाई देते हैं. बाहर निकलना असुरक्षित है और भारतीय दूतावास चाहता है कि हम ट्रेनें पकड़ें और शहरों को पार करें. कृपया स्थिति बिगड़ने से पहले हमें यहां से निकालें.

युद्ध प्रभावित यूक्रेन से नागरिकों को निकालने के लिए भारत सरकार ने ऑपरेशन गंगा शुरू किया है. हालांकि, देश के पूर्वी हिस्से से निकासी चिंता का विषय रही है क्योंकि भारी हिंसा चल रही है.

भारत यूक्रेन के पश्चिमी पड़ोसियों जैसे रोमानिया, हंगरी और पोलैंड से विशेष उड़ानों के माध्यम से अपने नागरिकों को निकाल रहा है क्योंकि 24 फरवरी से यूक्रेनी हवाई क्षेत्र रूसी सैन्य हमले के कारण बंद है.

(इनपुट द डेली सियासत से इनपुट के साथ)

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