संभल: उत्तर प्रदेश के संभल हिंसा मामले में अब तक 27 लोगों की गिरफ्तारी हुई है और कुल 7 एफआईआर (FIR) दर्ज की गई हैं. वहीं, हालात को देखते हुए इलाके में अब तक इंटरनेट सेवा बहाल नहीं की गई है. ये जानकारी मुरादाबाद के कमिश्नर आंजनेय कुमार सिंह ने दी है. उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि अब तक 27 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और कुल 7 एफआईआर दर्ज की गई हैं.
ज़ी सलाम की खबर के अनुसार, कमिश्नर ने आगे कहा कि कानूनी प्रक्रिया के मुताबिक और अदालतों के निर्देशों का पालन करते हुए हम हिंसा में शामिल लोगों की पहचान करने के लिए सभी जरूरी कदम उठा रहे हैं. उन्होंने बताया कि आरोपियों की तस्वीरें और वीडियो जनता के बीच साझा की जा रही हैं, ताकि लोग उनकी पहचान करने में मदद कर सकें. इसके साथ ही, पहचाने गए लोगों को कानून के दायरे में लाने के लिए हर संभव कोशिश की जा रही है.
कमिश्नर ने आगे कहा कि कानूनी प्रक्रिया के मुताबिक और अदालतों के निर्देशों का पालन करते हुए हम हिंसा में शामिल लोगों की पहचान करने के लिए सभी जरूरी कदम उठा रहे हैं. उन्होंने बताया कि आरोपियों की तस्वीरें और वीडियो जनता के बीच साझा की जा रही हैं, ताकि लोग उनकी पहचान करने में मदद कर सकें. इसके साथ ही, पहचाने गए लोगों को कानून के दायरे में लाने के लिए हर संभव कोशिश की जा रही है.
बता दें कि उत्तर प्रदेश के संभल जिले में 24 नवंबर को शाही मस्जिद में सर्वे के दौरान हिंसा भड़क गई थी. इस घटना में 5 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 25 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हो गए. पुलिस ने बुधवार को हिंसा में शामिल लोगों की पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज के बुनियाद पर 45 आरोपियों के पोस्टर जारी किए.
पोस्टर सीसीटीवी फुटेज से ली गई तस्वीरों के बुनियाद पर जारी किए गए हैं. पुलिस ने बहुत से आरोपियों का नाम और पता सार्वजनिक भी कर दिया है. हिंसा के दौरान हुई क्षति की भरपाई भी इन्हीं आरोपियों से कराई जाएगी.
सीसीटीवी की इन तस्वीरों में ये आरोपी मुंह पर कपड़ा बांधे अपने हाथों में पत्थर लिए नजर आ रहे हैं. अब तक मोबाइल, सीसीटीवी फुटेज और ड्रोन कैमरों से मिले वीडियो के बुनियाद पर 100 से ज्यादा आरोपियों को चिह्नित किया जा चुका है, जिनमें से अब तक 27 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है.