Arab News: सऊदी अरब और इराक ने रियाद में नशीले पदार्थों की तस्करी को रोकने के लिए एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किया. इस समझौता ज्ञापन का मकसद नशे की तस्करी और अन्य तस्करियों से निपटने में आपसी सहयोग को मजबूत किया जाना है.
सऊदी प्रेस एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, इस समझौता ज्ञापन (MoU) में नशीली दवाओं, मनोदैहिक पदार्थों और रासायनिक सामग्री की अवैध तस्करी को मिलकर निपटने के लिए साझा प्रयासों का जिक्र किया गया है.
दोनों देशों को सीमा पर तस्करी की चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है
वहीं इराकी न्यूज एजेंसी ने बताया कि इस समझौते में 17 मुख्य बिंदु शामिल हैं, जिनमें कई तरह के सहयोगी कदमों का जिक्र है. जैसे खुफिया जानकारी साझा करना, तकनीकी प्रशिक्षण, शुरुआती चेतावनी प्रणाली और संयुक्त रोकथाम व निगरानी रणनीतियों का विकास. साथ ही इस समझौते में बॉर्डर क्रॉसिंग पर बेहतर तालमेल पर भी जोर दिया गया है, जहां दोनों देशों को सीमा पर तस्करी से जुड़ी बढ़ती चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है.
यह समझौता सऊदी अरब के गृह मंत्री प्रिंस अब्दुल अज़ीज़ बिन नैफ (Prince Abdulaziz bin Naif) और इराक के स्वास्थ्य मंत्री व मादक पदार्थ नियंत्रण के लिए उच्च आयोग के अध्यक्ष सालेह महदी अल-हसनावी (Saleh Mahdi Al-Hasnawi) द्वारा साइन किया गया.
इस दौरान सऊदी अरब में स्थित इराक की राजदूत सफिया अल-सुहैल भी मौजूद थीं. यह समारोह ऐसे समय हुआ है जब क्षेत्र में नशे से जुड़े अपराधों में बढ़ोतरी और उनके सार्वजनिक स्वास्थ्य व राष्ट्रीय सुरक्षा पर पड़ने वाले असर को लेकर चिंता बढ़ रही है.
इराक के स्वास्थ्य मंत्रालय ने क्या कहा?
इस समझौते पर इराक के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि यह समझौता दोनों देशों के बीच “गहरे होते आपसी संबंधों और संस्थागत सहयोग” को दिखाता है, जो क्षेत्र की सबसे गंभीर अंतरराष्ट्रीय समस्याओं में से एक से निपटने की दिशा में उठाया गया कदम है.