वडोदरा: आज से पांच साल पू्र्व 23 जनवरी 2017 को वडोदरा रेलवे स्टेशन पर उस समय हजारों की भीड़ एकत्र हो गयी जब फिल्म अभिनेता शाहरुख खान कुछ मिनट के लिए दिखे. शाहरुख फिल्म ‘रईस’ के प्रचार के लिए अगस्त क्रांति ट्रेन से मुंबई से दिल्ली की यात्रा कर रहे थे. ट्रेन के रुकते ही शाहरुख ने भीड़ में एक टी-शर्ट और एक गेंद फेंक दी. जिससे लोगों में अफरा-तफरी और भगदड़ मच गई.
ईटीवी भारत रिपोर्ट के अनुसार, भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा. इस घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई. वडोदरा कोर्ट में एक शिकायत दर्ज कराई गई थी जिसमें आरोप लगाया गया था कि इस घटना के लिए शाहरुख खान जिम्मेदार हैं. इस केस में शाहरुख खान के खिलाफ समन भी जारी किया गया था. इस बीच, उच्च न्यायालय ने अप्रैल-2022 में शाहरुख खान के खिलाफ शिकायत रद्द कर दी क्योंकि उच्च न्यायालय को शिकायत रद्द करने के लिए कहा गया था.
हाई कोर्ट के टकराव के बाद शाहरुख खान ने रेल विभाग से पूछा कि वडोदरा में किस चीज की जरूरत है. उस समय कहा गया था कि आरओ प्लांट से यात्रियों को रेलवे सिस्टम से शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने की जरूरत है और इस पर 23 लाख का खर्च आएगा.
शाहरुख खान के वकील कौशिक भट्ट ने कहा, ‘ उस वक्त हाई कोर्ट ने दलील दी थी, जब आप सेलिब्रिटी हैं तो आपको नेकनीयती से कुछ करना चाहिए, इसलिए शाहरुख खान ने आरओ प्लांट के लिए 23 लाख रुपये का चेक भेजा था. इस चेक को डीआरएम को दिया जाएगा.