नई दिल्ली: समाज में सकारात्मक बदलाव और आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों की शिक्षा के लिए लगातार कई सालों काम कर रही संस्था ‘हमारी सदा ट्रस्ट‘ (Hamaari Sada Trust) को ‘शेओज केयर सेंटर‘ (SHEOWS Care Centre) ने सम्मानित किया. ‘हमारी सदा ट्रस्ट’ को यह सम्मान शिक्षा, महिला सशक्तिकरण और अन्य सामाजिक कार्यों में अहम योगदान को देखते हुए प्रदान किया गया.
‘शेओज केयर सेंटर‘ ने दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में ‘हमारी सदा ट्रस्ट’ के संस्थापक मोहम्मद इरशाद आलम को मोमेंटो और शॉल देकर सम्मानित किया. यह अवार्ड ट्रस्ट द्वारा समाज किए गए बेहतरीन कामों को दर्शाता है.
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर आईपीएस मोहम्मद आसिफ मौजूद थे. वहीं शेओज केयर सेंटर के संस्थापक डॉ. जी.पी. भगत, ‘हम हैं हिंदुस्तानी‘ के संस्थआपक मोहम्मद निजाम समेत कोई वरिष्ठ लोग कार्यक्रम में मौजूद थे.

ट्रस्ट पिछले कई सालों से कर रहा है बेहतरीन काम
बता दें कि मदनपुर खादर एक्सटेंशन में स्थित ‘हमारी सदा ट्रस्ट’ पिछले कई सालों से आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को आगे बढ़ाने के लिए हर दिशआ में काम कर रहा है. ट्रस्ट का “राइजिंग स्किल डेवलपमेंट सेंटर” (Rising Skill Development Centre) आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को ट्यूशन सहायता, इंग्लिश स्पीकिंग क्लासेस और बेसिक कंप्यूटर ट्रेनिंग मुहैया करा रहा है.
पढ़ाई के साथ- साथ कई तरह के प्रोग्रामों का आयोजन
पढ़ाई के साथ- साथ ही ‘हमारी सदा ट्रस्ट’ कई तरह के प्रोग्रामों और शिविरों का आयोजन कराता रहता है. बीते दिनों ट्रस्ट ने नेत्र जांच शिविर आयोजित किया गया. इस दौरान करीब 80 बच्चों और अभिभावकों के आंखों की अच्छे से जांच की गई.
शिक्षा के क्षेत्र में विशेष योगदान
वहीं इससे पहले “बड़े होते बच्चों को पढ़ाई की तरफ कैसे मोड़ें?” विषय पर एक कार्यक्रम आयोजित किया था, जिसमें बतौर मुख्य अतिथि के रूप में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की सदस्य श्रीमती अतिया सिद्दीका ने शिरकत की थी.
इसके अलावा पिछले महीनें ‘हमारी सदा ट्रस्ट’ ने युवा करियर प्लानिंग मीट का आयोजन किया था. इस सेशन का उद्देश्य कक्षा 10वीं से ग्रेजुएशन तक के छात्रों के भविष्य के लक्ष्यों को समझना था. यह पहल इलाके में एक जागरूकता और युवाओं को सही दिशा में बढ़ाने के ट्रस्ट के लगातार प्रयासों का हिस्सा थी.
शेओज केयर सेंटर के बारे में
बता दें कि शेओज केयर सेंटर साल 1994 से देश के सबसे जरूरतमंद बुजुर्गों की सेवा में समर्पित हैं. यह संस्था तीन वृद्धाश्रमों (बदरपुर, अबुलफजल एन्क्लेव पार्ट-1 और गड़मुटेश्वर) के जरिए उन्हें खाना, इलाज और रहने की जगह मुहैया कराती है.
इस संस्था का उद्देश्य है कि अनाथ और बेसहारा बुजुर्गों को सम्मान के साथ, अच्छा जीवन मिल सके और समाज में उनके प्रति जागरूकता बढ़े.

