दक्षिण दिल्ली नगर निगम के मेयर ने 2 अप्रैल से 11 अप्रैल तक चलने वाले नवरात्रि उत्सव की नौ दिनों की अवधि के दौरान मांस की दुकानों को बंद करने की मांग की है.
हालांकि, दक्षिण एमसीडी के अधिकारियों ने कहा कि इस तरह के अनुरोध के लिए आधिकारिक आदेश के रूप में आयुक्त कार्यालय से कार्यकारी अनुमोदन की आवश्यकता होगी.
ज़रूरत न्यूज़ के अनुसार, दक्षिण एमसीडी के निदेशक, प्रेस और सूचना, अमित कुमार ने कहा- ‘आधिकारिक चैनलों के माध्यम से पत्र हमारे संज्ञान में नहीं आया है. एक बार आधिकारिक रूप से भेजे जाने के बाद हम बता सकते हैं कि इसे लागू किया जाएगा या नहीं.’
एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘ऐसे आदेशों को तुरंत लागू नहीं किया जा सकता क्योंकि इस तरह के कोई नीतिगत प्रावधान नहीं हैं. यह भी उचित नहीं है क्योंकि इस तरह के व्यापक प्रतिबंध से निचले स्तर के अधिकारियों द्वारा व्यापारियों को परेशान किया जाता है.’
दक्षिण एमसीडी आयुक्त को 4 अप्रैल को लिखे एक पत्र में, मेयर मुकेश सूर्यन ने लिखा, ‘मैं इस तथ्य की ओर ध्यान आकर्षित करना चाहता हूं कि वर्तमान नवरात्रि उत्सव 2 अप्रैल से 11 अप्रैल तक पूरे देश में मनाया जा रहा है. नवरात्रि, देवी दुर्गा के भक्त सख्त शाकाहारी भोजन और मांसाहारी खाद्य पदार्थों, शराब और कुछ मसालों के सेवन से दूर रहने के साथ नौ दिनों तक उपवास रखते हैं. शहर का इलाका भी त्योहार के अनुरूप रंगा हुआ है.’
माननीय मुख्यमंत्री श्री @ArvindKejriwal जी से मेरा आग्रह है कि दिल्ली की जन भावनाओं को ध्यान में रखते हुए पूरे नवरात्र के दौरान मद्यपान एवं मांसाहार की दुकानें पूरी तरह बंद करने का आदेश जारी करें pic.twitter.com/EXAqCu35EH
— MUKKESH SURYAAN (@MUKESHSURYAN) April 4, 2022
सूर्यन ने आगे लिखा, ‘नवरात्रि के दिनों में, लोग देवी का सम्मान करने और अपने और अपने परिवार के लिए आशीर्वाद लेने के लिए मंदिरों में जाते हैं. लोग प्याज-लहसुन का भी त्याग कर देते हैं और खुले में या मंदिरों के पास मांस बिकते देख उन्हें बेचैनी होती है. जब वे मांस की दुकानों में आते हैं या जब उन्हें देवी की दैनिक पूजा करने के लिए मांस की गंध को सहन करना पड़ता है, तो उनकी धार्मिक मान्यताएं और भावनाएं भी प्रभावित होती हैं. इसके अलावा, कुछ मांस की दुकानें नाले में या सड़क के किनारे कचरा डंप करती हैं, जिसे आवारा कुत्ते खाते हैं. यह न केवल अस्वच्छ है बल्कि राहगीरों के लिए भयावह दृश्य है.’
पत्र में कहा गया है, ‘अगर दक्षिण दिल्ली नगर निगम के अधिकार क्षेत्र में नवरात्रि की अवधि के दौरान मांस की दुकानों को बंद कर दिया जाता है और मंदिरों में और उसके आसपास सफाई बनाए रखने के लिए मांस की दुकानों को बंद करना भी आवश्यक है तो इस तरह के आयोजनों को प्रतिबंधित किया जा सकता है.’
उन्होंने लिखा कि ‘आम जनता की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए, 2 अप्रैल से 11 अप्रैल 2022 तक चलने वाले नवरात्रि उत्सव की नौ दिवसीय अवधि के दौरान मांस की दुकानों को बंद करने के लिए आवश्यक कार्रवाई करने के लिए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश जारी किए जा सकते हैं.’
उन्होंने ट्वीट के माध्यम से जानकारी साझा किया ‘माननीय मुख्यमंत्री श्री अरविन्द केजरीवाल जी से मेरा आग्रह है कि दिल्ली की जन भावनाओं को ध्यान में रखते हुए पूरे नवरात्र के दौरान मद्यपान एवं मांसाहार की दुकानें पूरी तरह बंद करने का आदेश जारी करें’
हमने अपील की है कि नवरात्रों पर मीट विक्रेता दुकानें बंद रखें। इसके अलावा हमारा नियम है कि सप्तमी, अष्टमी और नवरात्रि के दिन स्लाटर हाउस बंद रहेंगे। इसके लिए हमने आज बैठक भी बुलाई है। इसका सख़्ती से पालन कराया जाएगा: पूर्वी दिल्ली नगर निगम के मेयर श्याम सुंदर अग्रवाल pic.twitter.com/mosO4PCFJL
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 5, 2022
वहीं, पूर्वी दिल्ली नगर निगम के मेयर श्याम सुंदर अग्रवाल ने कहा कि ‘हमने अपील की है कि नवरात्रों पर मीट विक्रेता दुकानें बंद रखें. इसके अलावा हमारा नियम है कि सप्तमी, अष्टमी और नवरात्रि के दिन स्लाटर हाउस बंद रहेंगे. इसके लिए हमने आज बैठक भी बुलाई है. इसका सख़्ती से पालन कराया जाएगा.’