भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेली जा रही 3 मैचों की टेस्ट सीरीज 1-1 से बराबर होने के बाद तीसरा और निर्णायक टेस्ट केपटाउन में खेला जा रहा था जिसके चौथे दिन टी ब्रेक से पहले दक्षिण अफ्रीका ने 7 विकट से जीत हासिल कर न सिर्फ मैच बल्कि सीरीज 2-1 से जीती.
सेंचुरियन टेस्ट में जीत हासिल करने के बाद जोहान्सबर्ग में हार इतनी महंगी पड़ेगी ये किसी भारतीय फैन ने सपने में भी नहीं सोचा होगा.
दक्षिण अफ्रीका ने दूसरी पारी में मात्र 3 विकेट गवांए, वहीं रासी वैन डर डुसान (41) और टेम्बा बवुमा (28) ने अपने दम पर भारतीय गेंदबाजों के हाथों से जीत छीन ली.
दूसरी ओर भारत को जीत के लिए 7 विकेट चाहिए थे जो गेंदबाज लेने में असफल रहे.
भारतीय गेंदबाजी तरकश में से बुमराह, शमी और शार्दुल ठाकुर तीनों गेंदबाजों ने 1-1 विकेट लिया लेकिन वो जीत के लिए जरूरी विकेट लेने में असफल रहे.
इससे पहले, चौथे दिन पहले सत्र में 101/2 से आगे खेलते हुए साउथ अफ्रीका टीम काफी अच्छी शुरुआत की. पीटरसन और डूसन ने भारतीय पेसरों पर हावी दिखाई दिए. इस बीच, पीटरसन ने शमी की गेंद पर दो रन बनाकर लगातार दूसरी पारी में अपना अर्धशतक पूरा किया. वहीं, चेतेश्वर पुजारा ने जसप्रीत बुमराह की गेंद पर पीटरसन का आसान मौका गंवा दिया.
हालांकि इसके बाद पीटरसन ने तेज गति से रन जोड़े और टीम का स्कोर 150 के पार पहुंचा दिया. अब जीतने के लिए महज 62 रन चाहिए थे। लेकिन शार्दुल ठाकुर ने साउथ अफ्रीका को तीसरा झटका दिया, जब पीटरसन को बोल्ड कर पवेलियन भेजा. उन्होंने 113 गेंदों पर दस चौकों की मदद से 82 रन बनाए. इस के साथ पीटरसन और डूसन के बीच 100 गेंदों में 54 रनों की साझेदारी का भी अंत हो गया.
इसके बाद बल्लेबाजी के लिए आए टेम्बा बावुमा ने डूसन के साथ मिलकर भारतीय तेज गेंदबाजों का डटकर सामना किया और टीम को और जीत के करीब ले गए, जिससे लंच तक साउथ अफ्रीका ने तीन विकेट गंवाकर 171 रन बना लिए थे. टीम को उस समय जीतने के लिए 41 रनों की जरूरत थी. रासी वैन डेर डूसन (22) और टेम्बा बावुमा (12) रन बनाकर क्रीज पर मौजूद थे.