समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता सांसद आजम खान भी यूपी विधानसभा का चुनाव लड़ेंगे. सपा ने आजम खान को रामपुर सीट से उम्मीदवार बनाया है. आजम खान फिलहाल सीतापुर जेल में बंद हैं. आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम खान को भी स्वार-टांडा से उम्मीदवार बनाया गया है. हिंदुस्तान खबर के अनुसार, सपा जिलाध्यक्ष वीरेंद्र गोयल के अनुसार, इन दोनों के अलावा चमरौआ से नसीर खान, बिलासपुर से अमरजीत सिंह और मिलक से विजय सिंह को उतारा गया है.
मुस्लिम समाज को यह संदेश देने की अखिलेश यादव कोशिश कर रहे हैं कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार भले ही आजम खान पर कितने भी जुल्म करे, लेकिन वह आजम परिवार के साथ थे, हैं और आगे भी रहेंगे. यही कारण है कि अखिलेश यादव ने आजम खान को रामपुर विधानसभा सीट से तो उनके बेटे अब्दुल्ला आजम को स्वार-टांडा विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है.
स्वार-टांडा सीट से 2017 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी ने अब्दुल्ला आजम को उम्मीदवार बनाया था, लेकिन आयु प्रमाण पत्र में फर्जीवाड़े के चलते न्यायालय ने अब्दुल्ला आजम की विधानसभा सदस्यता रद्द कर दी थी और स्वार सीट रिक्त कर दी गई थी. अब जब विधानसभा चुनाव का शंखनाद हो गया है तो समाजवादी पार्टी ने आजम परिवार पर विश्वास जताया और मुस्लिम समाज को साथ लाने की कवायद के साथ उन्हें उम्मीदवार बनाया है. इससे समाजवादी पार्टी को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में काफी फायदा मिलने की उम्मीद भी है.
ईटीवी भारत की ख़बर के अनुसार, सपा से जुड़े नेता बताते हैं कि जेल में ही रहकर आजम खान चुनाव लड़ेंगे और चुनाव प्रचार की पूरी कमान उनके बेटे अब्दुल्ला आजम संभालेंगे. सूत्र यह भी कहते हैं कि आजम खान की कई मामलों में जमानत हो चुकी है तो अब सिर्फ एक या दो मामलों में ही उनकी जमानत होना बाकी है. आजम के परिवारीजन उनकी जमानत कराने का प्रयास कर रहे हैं. परिवार को उम्मीद है कि जमानत कभी भी हो सकती है और वह जेल की सलाखों से बाहर आएंगे. साथ ही समाजवादी पार्टी के चुनाव प्रचार की कमान भी संभालेंगे.
समाजवादी पार्टी ने आज आजम और उनके बेटे को उम्मीदवार बनाया है और नामांकन के लिए फार्म बी का आवंटन किया गया है. हालांकि, औपचारिक रूप से समाजवादी पार्टी में कोई प्रत्याशियों की लिस्ट जारी नहीं की गई है. इस बार एक सोची-समझी रणनीति के तहत समाजवादी पार्टी विधानसभा उम्मीदवारों के नाम का ऐलान सार्वजनिक रूप से नहीं कर रही है. सिर्फ उम्मीदवारों को सिंबल के रूप में दिए जाने वाले फार्म बी का आवंटन किया जा रहा है.