उन्नाव रेप पीड़िता की मां के खिलाफ सपा नहीं उतारेगी प्रत्याशी, कांग्रेस को समर्थन देकर खेला बड़ा दांव

उत्तर प्रदेश की एक विधानसभा सीट पर समाजवादी पार्टी ने कांग्रेस को वॉकओवर दे दिया है. समाजवादी पार्टी ने फैसला किया है कि उन्नाव में कांग्रेस की महिला प्रत्याशी के खिलाफ अपना उम्मीदवार नहीं उतारेगी. कांग्रेस पार्टी ने इस सीट से (उन्नाव) आशा सिंह को प्रत्याशी बनाया है.

ईटीवी भारत की ख़बर के अनुसार, सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा है कि उन्नाव की इस मां के सामने सपा का कोई प्रत्याशी नहीं होगा, उन्हें समाजवादी पार्टी का पूर्ण समर्थन मिलेगा. जाहिर सी बात है कि कांग्रेस इस सीट पर आशा सिंह को उतारकर लगातार प्रचार प्रसार कर रही है कि कांग्रेसी एक मात्र ऐसी पार्टी है जो समाज के हर पीड़ित के साथ खड़ी है. इसी सीट पर सपा ने समर्थन देकर कांग्रेस के साथ खुद को खड़ा कर लिया है.

कांग्रेस पार्टी ने 125 प्रत्याशियों की जो पहली सूची जारी की थी, उसमें उन्नाव सदर सीट से आशा सिंह को प्रत्याशी बनाया है. पार्टी की तरफ से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इस सीट को लेकर जमकर प्रचार-प्रसार भी किया जा रहा है. कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी हों, राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी हों, अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू या फिर कांग्रेस की सोशल मीडिया टीम. सभी उन्नाव में आशा सिंह को दिए गए टिकट को लेकर ट्वीट कर भाजपा सरकार को घेर रहे हैं.

अब समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने भी इस सीट पर आशा सिंह को समर्थन देकर एक दांव खेला है. सपा के समर्थन के बाद कांग्रेस की इस प्रत्याशी की चुनाव में जीत की दावेदारी भी काफी मजबूत मानी जाने लगी है.

10 मार्च को आएंगे यूपी चुनाव के नतीजे

बता दें कि उत्तर प्रदेश की 403 विधानसभा सीटों के लिए सात चरणों में मतदान 10 फरवरी से शुरू होगा. यूपी में सात चरणों में 10, 14, 20, 23, 27 और 3 और 7 मार्च को वोट डाले जाएंगे. जबकि वोटों की गिनती 10 मार्च को होगी. चुनाव आयोग ने कोरोना के मद्देनज़र यूपी, पंजाब, गोवा, मणिपुर और उत्तराखंड में विधानसभा चुनावों के लिए 15 जनवरी तक किसी भी राजनीतिक रैलियों और रोड शो की अनुमति नहीं दी है.

10 फरवरी को पहले चरण में पश्चिम यूपी के 11 जिलों की 58 सीटों पर, दूसरा चरण 14 फरवरी को 9 जिलों की 55 सीटों पर, 20 फरवरी को तीसरे चरण में 16 जिलों की 59 सीटों पर मतदान होगा। चौथे चरण में मतदान 23 फरवरी को लखनऊ सहित 9 जिलों की 60 सीटों पर होगा। पांचवे चरण में 27 फरवरी को 11 जिलों की 60 सीटों पर, छठे चरण में 3 मार्च को 10 जिलों की 57 सीटों पर और सातवें और अंतिम चरण का मतदान 7 मार्च को 9 जिलों की 54 सीटों पर किया जाएगा। 17वीं विधानसभा का कार्यकाल (UP Assembly ) 15 मई तक है।

17वीं विधानसभा

17वीं विधानसभा के लिए 403 सीटों पर चुनाव 11 फरवरी से 8 मार्च 2017 तक 7 चरणों में हुए थे। उस चुनाव में बीजेपी ने 312 सीटें जीतकर पहली बार यूपी विधानसभा में तीन चौथाई बहुमत हासिल किया था। अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) की अगुवाई में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) और कांग्रेस (Congress) गठबंधन 54 सीटें जीत सका। इसके अलावा प्रदेश में कई बार मुख्यमंत्री रह चुकीं मायावती की बीएसपी 19 सीटों पर सिमट गई। इस बार सीधा मुकाबला समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) और भाजपा (Bharatiya Janata Party) के बीच माना जा रहा है। भाजपा योगी आदित्यनाथ (Yogi adityanath) और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के चेहरे को आगे कर चुनाव लड़ रही है।

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