Supreme Court: सुप्रीम कोर्ट ने असम बीजेपी द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किए गए AI-जनरेटेड वीडियो को हटाने की मांग करने वाली याचिका पर नोटिस जारी किया. असम बीजेपी द्वारा शेयर किए गए वीडियो में दिखाया गया था कि अगर बीजेपी चुनाव हार जाती है, तो मुस्लिम समुदाय राज्य पर कब्जा कर लेगा.
लाइव लॉ की रिपोर्ट के अनुसार, सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस विक्रम नाथ और जस्टिस संदीप मेहता की बेंच ने आवेदक की ओर से पेश हुए एडवोकेट निज़ाम पाशा की दलील सुनने के बाद यह आदेश पारित किया.
याचिका में क्या मांग की गई है?
बता दें कि पत्रकार क़ुरबान अली और वरिष्ठ अधिवक्ता अंजना प्रकाश ने AI-जनरेटेड वीडियो को हटाने के लिए एक जनहित याचिका (PIL) के माध्यम से दाखिल की है. इस याचिका में देशभर में नफरत भरे भाषणों (हेट स्पीच) और घृणा अपराधों (हेट क्राइम) के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है.
याचिकाकर्ताओं ने कोर्ट से मांग की है कि इस वीडियो को हटाया जाए ताकि सांप्रदायिक तनाव, अशांति और विभिन्न समुदायों के बीच दुश्मनी को रोका जा सके.
बीजेपी ने मुसलमानों के खिलाफ नफरती वीडियो शेयर किया
असम बीजेपी के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स द्वारा शेयर किए गए इस वीडियो में मुसलमानों को ऐसे दिखाया गया है जैसे वे देशभर में सरकारी जमीनों पर कब्जा कर रहे हों. “Assam Without BJP,” (BJP के बिना असम) नाम के इस वीडियो में दिखाया गया है कि बड़ी संख्या में मुसलमान गुवाहाटी एयरपोर्ट, असम का रंगघर, शहर, स्टेडियम आदि जगहों पर कब्जा कर रहे हैं.
साथ ही वीडियो में कांग्रेस पार्टी को भी पाकिस्तान से जुड़ा हुआ दिखाया गया है, जिसमें राहुल गांधी को पाकिस्तान के एक अधिकारी के साथ खड़ा दिखाया गया है.
इससे पहले, असम कांग्रेस ने असम बीजेपी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. कांग्रेस ने यह शिकायत कांग्रेस नेताओं को निशाना बनाने, मुस्लिम समुदाय को अवैध घुसपैठिया बताने वाले वीडियो को लेकर किया था.

