हैदराबाद: एक तेलुगू यूट्यूबर का दावा है कि उसने सऊदी अरब में इस्लाम के सबसे पवित्र स्थल मक्का का दौरा किया है। उसके इस दावे से एक नया विवाद खड़ा हो गया है, क्योंकि नेटिजन्स के एक वर्ग ने सऊदी नियमों का उल्लंघन करने के लिए उसके खिलाफ कार्रवाई करने का आह्वान किया है।
रवि प्रभु ने हाल ही में एक लाइव चैट में दावा किया था कि उसने मक्का में प्रवेश किया है। यहां तक कि उसने अपने मोबाइल पर एक तस्वीर भी दिखाई, जिसमें वह सबसे पवित्र मस्जिद के पास खड़े होकर हाथ उठाकर दुआ मांगता दिख रहा है।

रवि प्रभु. फोटो: सोशल मीडिया
एक अन्य वीडियो क्लिप में यात्री ने खुलासा किया कि मक्का के एंट्री प्वाइंट पर उसे कुरान की कुछ आयतें पढ़ने के लिए कहा गया, जब उसने सुना दी, तब उसे अंदर आने की अनुमति दी गई।
@KingSalman @KSAmofaEN @SaudiEmbassyUSA @OIC_OCI
With the help of some body in Saudi the traveller "Ravi Prabhu" used fake muslim certificate! These two video's are the clearcut evidences
Please take action seriously on these type od travellers! pic.twitter.com/XPGDOfhgLn— m v naresh (@nareshguntur) August 2, 2022
हालांकि, युट्यूबर के दावे ने कुछ नेटिजन्स के साथ उसकी कार्रवाई पर सवाल उठाया और यहां तक कि सऊदी अधिकारियों से कार्रवाई करने की मांग की। इस विवाद के मद्देनजर रवि ने अपनी कथित मक्का यात्रा के बारे में किसी भी सवाल का जवाब देना बंद कर दिया।
सोशल मीडिया पर बाद के लाइव सत्रों के दौरान, यात्री ने मक्का के बारे में किसी भी सवाल का जवाब देने से इनकार कर दिया। कुछ नेटिजन्स ने टिप्पणी की है कि उसकी कार्रवाई उचित और कानूनी नहीं थी। उनमें से एक ने तो यहां तक कह दिया कि उसे 8-10 साल की कैद हो सकती है।
एक अन्य नेटीजन ने कहा कि उसे नियमों का उल्लंघन करके मक्का में प्रवेश करने के लिए सऊदी अरब में मौत की सजा का सामना करना पड़ सकता है। एक ट्विटर यूजर ने मक्का में प्रवेश करने के लिए फर्जी मुस्लिम सर्टिफिकेट का इस्तेमाल करने के आरोप में रवि के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए सऊदी अधिकारियों को टैग किया है। उन्होंने यात्री के दावों का एक वीडियो भी पोस्ट किया।
रवि के यूट्यूब चैनल रवि तेलुगू ट्रैवलर के 6 लाख से अधिक सब्सक्राइकर हैं। उसने मक्का में प्रवेश करने वाले पहले तेलुगू युट्यूबर होने का दावा किया है।
—आईएएनएस

