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‘आतंकवाद इस्लाम का हिस्सा नहीं..’ दिल्ली धमाके के आरोपी उमर के वीडियो पर भड़के मौलाना शहाबुद्दीन रजवी

मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने कहा कि उमर ने वीडियो में जिस तरह से आत्मघाती हमले को जायज ठहराया है, ये इस्लामी नियमों के खिलाफ है और सरासर गलत है. और कोई भी इसका समर्थन नहीं कर सकता है.

Maulana Shahabuddin Razvi On Blast Case: दिल्ली धमाके के आरोपी उमर नबी का वीडियो सामने आने के बाद माहौल गर्म हो गया है. दिल्ली में लाल किला के पास आत्मघाती हमला करने वाले उमर नबी का एक वीडियो चर्चाओं में बना हुआ है. इस वीडियो में वो आत्मघाती हमले को सही बताता हुआ दिख रहा है. हालांकि उमर के इस वीडियो की कड़ी अलोचना की जा रही है. ऑल इंडिया मुस्लिम जमात (All India Muslim Jamaat) के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने उमर के बातों को खारिज करते हुए कहा कि ये इस्लामी नियमों के खिलाफ है और सरासर गलत है.

मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने न्यूज एजेंसी IANS से बात करते हुए कहा कि दिल्ली धमाके के आरोपी उमर का आतंकवाद से कनेक्शन था और उसने आत्मघाती हमला किया और इस धमाके का दोषी है.

ये इस्लामी नियमों के खिलाफ’

मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने कहा कि उमर ने वीडियो में जिस तरह से आत्मघाती हमले को जायज ठहराया है, ये इस्लामी नियमों के खिलाफ है और सरासर गलत है. और कोई भी इसका समर्थन नहीं कर सकता है.

ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रिजवी ने आगे कहा कि आतंकवाद इस्लाम का हिस्सा नहीं है. इस्लाम किसी बेगुनाह के कत्ल हत्या की इजाजत नहीं देता. कुरान कहता है कि एक इंसान का कत्ल पूरी इंसानियत के कत्ल के बराबर है और उमर ने पूरी इंसानियत का कत्ल किया है.

उन्होंने आगे कहा कि इस्लाम खुदकुशी को भी मना करता है और ऐसा करना हराम है. इस्लाम में न दूसरों को मारने की, न खुद को, न ऐसे कामों को करने के लिए उकसाने की इजाजत है. इस्लाम इंसानियत और अमन की बात करता है. ऐसे काम इस्लाम में हराम हैं.

ओवैसी ने भी दी है कड़ी प्रतिक्रिया

वहीं असदुद्दीन ओवैसी ने वायरल हो रहे उमर नबी के वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि दिल्ली बम धमाकों के आरोपी उमर नबी का एक बिना तारीख वाला वीडियो सामने आया है जिसमें वह आत्मघाती हमले को “शहादत” बता रहा है और कह रहा है कि इसे “गलत समझा गया” है. इस्लाम में आत्महत्या हराम है और बेगुनाहों की हत्या घोर पाप है. ऐसी हरकतें देश के कानून के भी खिलाफ हैं. इन्हें किसी भी तरह से “गलत नहीं समझा गया” है. यह आतंकवाद है और कुछ नहीं.

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