रूसी सेना यूक्रेन में भयंकर तबाही मचा रही है. वोलोदिमिर जेलेंस्की ने रूस पर शुक्रवार को ‘परमाणु आतंकवाद’ का सहारा लेने और चेर्नोबिल परमाणु दुर्घटना को दोहराने की इच्छा का आरोप लगाया. यूक्रेन के परमाणु संयंत्र पर हमले के बाद उन्होंने यूरोपीय देशों से मदद की अपील की कि वे यूरोप को परमाणु आपदा से मरने के लिए न छोड़ें.
जेलेंस्की ने एक वीडियो संदेश में कहा कि रूस के अलावा किसी भी देश ने कभी न्यूक्लियर पावर प्लांट पर गोलीबारी नहीं की. यह मानव जाति के इतिहास में पहली बार है. आतंकवादी देश ने अब परमाणु आतंक का सहारा लेना शुरू कर दिया है.
इससे पहले ज़ेलेंस्की ने कहा था कि वह युद्ध के बाद यूक्रेन के पुनर्निर्माण के लिए काम करेंगे. हमारे पास अपनी स्वतंत्रता के अलावा खोने के लिए कुछ भी नहीं है. यूक्रेन ने रूस से युद्धविराम की अपील की है.
बता दें फ्रांस के राष्ट्रपति एमेनुअल मैकरॉन का मानना है कि रूस-यूक्रेन में अभी ‘यूक्रेन में सबसे बुरा दौर अभी आना है’. मैकरॉन की यह राय अपने रूसी समकक्ष व्लादिमीर पुतिन से करीब 90 मिनट की बातचीत के बाद आया. फ्रांस के राष्ट्रपति के एक सहयोगी ने कहा कि बातचीत के दौरान पुतिन ने पूरे देश पर कब्जे का इरादा जताया है.
गौरतलब है कि गुरुवार को क्वाड समूह के देशों की बृहस्पतिवार को एक बैठक हुई, जिसमें यूक्रेन पर रूस के हमले से पैदा हुई स्थिति और मानवता पर उसके प्रभावों पर भी चर्चा की गई. इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर दोनों देशों को वार्ता और कूटनीति के रास्ते पर लौटने की आवश्यकता पर जोर दिया गया.
बता दें कि रूस और यूक्रेन के बीच जंग का आज 9वां दिन है (9th day of russia- ukraine war). यूक्रेन पर रूसी सैनिकों के हमले के बाद यूरोप के सबसे बड़े परमाणु ऊर्जा संयंत्र में आग लग गई है. जानकारी के मुताबिक रूसी सेना ने यूक्रेन के प्रमुख बंदरगाह पर कब्जा कर लिया है.
(एनडीटीवी से इनपुट के साथ)