उत्तर प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने चर्चित फ़िल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ को अधूरी करार देते हुए कहा कि ऐसी फिल्म दिखाने से आपसी सौहार्द और भाईचारा खत्म हो जाएगा.
मौर्य ने गुरुवार को सिलसिलेवार ट्वीट कर कहा, ‘फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ में केवल कश्मीरी पंडितों का उत्पीड़न दिखाया गया है जबकि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में कश्मीरी मुसलमानों, पंडितों और सरदारों को बुरी तरह समान रूप से उजाड़ा व प्रताड़ित किया गया था. पूरा दृश्य दिखाएं. अधूरी फिल्म दिखाने से आपसी सौहार्द और भाईचारा खत्म होगा.’
उन्होंने कश्मीरी पंडितों, मुसलमानों और सिखों को उजाड़े जाने के लिए पूर्व की अटल बिहारी वाजपेयी नीत सरकार समेत तमाम सरकारों को जिम्मेदार ठहराया.
मौर्य ने कहा, ‘1990 से पीओके में पाकिस्तानियों द्वारा लगातार कश्मीरी मुसलमानों, पंडितों एवं सरदारों को उजाड़ने व प्रताड़ित करने की घटना चली आ रही थी. इसके लिए पूर्व की समस्त केंद्र सरकारें ज़िम्मेदार रहीं हैं यहां तक कि तीन बार प्रधानमंत्री रहे अटल बिहारी वाजपेई जी भी.’
स्वामी प्रसाद मौर्य उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री थे लेकिन हाल ही में संपन्न राज्य विधानसभा चुनाव से ऐन पहले वह मंत्री पद से इस्तीफा देकर समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए थे. उन्होंने फाजिलनगर सीट से चुनाव भी लड़ा लेकिन उन्हें पराजय का सामना करना पड़ा.
गौरतलब है कि विवेक अग्निहोत्री की फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ इन दिनों खासी चर्चा में है. इस फिल्म के जरिए कश्मीरी पंडितों के उत्पीड़न को पर्दे पर उतारा गया है.
(इनपुट एनडीटीवी)