Congress MP Renuka Chowdhury On Malegaon Blast Case Verdict: कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद रेणुका चौधरी ने मालेगांव ब्लास्ट के सभी आरोपियों के बरी होने के बाद कहा कि ये तो हमें पता था कि ये होने वाला है. अक्लमंद को इशारा काफी है. कल गृहमंत्री के बयान के बाद ये तय था. बता दें कि बीते दिन गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में कहा था कि हिंदू कभी आतंकवादी नहीं हो सकता है.
‘हिंदू आतंकवादी हो सकते हैं’
कांग्रेस की राज्यसभा सांसद रेणुका चौधरी ने आगे कहा कि आतंकवाद का कोई मजहब नहीं होता. लेकिन मुसलमान आतंकवाद कहते हैं तो हिंदू आतंकवाद कहने की मजबूरी हो जाती है. मैं नहीं मानती कि हिंदू आतंकवादी नहीं होते हैं. हिंदू धर्म में कई लोग होते हैं. हिंदू आतंकवादी हो सकते हैं. हर मजहब के आतंकवादी होते हैं.
‘नक्सली किस मजहब के होते हैं ?’
रेणुका चौधरी ने आगे कहा कि क्या हम इतने नादान है जो एक मजहब को लेकर हम ऐसी बातें होती हैं. नक्सली कौन थे, वे कौन से मजहब के होते हैं. जिन्हें आपने कमरे में घुस कर कमरे में मारा, वो कौन से धर्म के होते हैं.
बता दें कि महाराष्ट्र की स्पेशल कोर्ट ने आज यानी कि गुरूवार, 31 जुलाई को 2008 में हुए मालेगांव बलास्ट केस के सभी सात आरोपियों को बरी कर दिया. कोर्ट ने इस ब्लास्ट केस में 17 साल बाद फैसला सुनाया. मालेगांव में मस्जिद के सामने हुए इस धामके में छह मुस्लिमों की मौत हो गई थी, जबकि 100 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे.
कब हुआ था ब्लास्ट, कितने लोग मारे गए थे?
महाराष्ट्र का चर्चित मालेगांव ब्लास्ट 29 सितंबर 2008 को रमजान के महीने में हुआ था. मालेगांव में मस्जिद के सामने करीब 9:35 बजे जोरदार बम धमाका हुआ था. इस धमाके में 6 लोगों की मौके पर मौत हो गई, जबकि 100 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से जख्मी हुए थे.

