प्रयागराज: पुलिस ने गुरुवार को एक अस्पताल परिसर में नमाज अदा करने वाली एक मुस्लिम महिला के खिलाफ मामला दर्ज किया है. समाचार रिपोर्टों के अनुसार, महिला तेज बहादुर सप्रू चिकित्सालय में एक मरीज की परिचारिका थी. जब वह नमाज अदा कर रही थी, उसकी सहमति के बिना एक वीडियो रिकॉर्ड किया गया और इंटरनेट पर वायरल कर दिया गया.
आवाज़ द वॉयस की खबर के मुताबिक, उत्तर प्रदेश सरकार ने पहले एक कानून पारित किया था कि मुसलमानों को राज्य में सार्वजनिक स्थानों पर नमाज अदा करने की मनाही है. वे इसे केवल एक मस्जिद के अंदर ही अदा कर सकते हैं. पुलिस ने शिकायत के आधार पर महिला के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. आगे की जांच जारी है.
इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने उत्तर प्रदेश पुलिस से सार्वजनिक स्थानों पर नमाज अदा करने वाले मुस्लिमों के खिलाफ बढ़ते मामलों पर सवाल उठाया.
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, ‘अस्पताल में भर्ती अपने रिश्तेदारों की देखभाल करते हुए, किसी कोने में, बिना किसी को चोट पहुंचाए, अगर वे अपने धर्म के अनुसार प्रार्थना करते हैं, तो इसमें क्या अपराध है? क्या यूपी पुलिस के पास और कोई काम नहीं है? जहां भी नमाज पढ़ी जाती है, वहां नमाजियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाती है.’