अमेठी: उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा आवारा मवेशियों को पकड़ने के लिए सभी ब्लॉक स्तर के कर्मचारियों को दिशा निर्देश दिया गया है. लेकिन अधिकारी हैं कि इस बात पर अमल नहीं करते और इन आवारा मवेशियों से जहां एक तरफ किसान अपनी खेती को लेकर परेशान हैं तो वहीं यही आवारा मवेशी किसान की खेती को चट कर जा रहे हैं.
वहीं इन आवारा मवेशियों से अब किसानों और आम नागरिकों की जान पर आफत बन आई है.
जनपद के पत्रकार भेटुआ ब्लाक के बंदोईया गांव के निवासी अभिषेक त्रिपाठी अपने कुछ दैनिक कार्य को लेकर घर से निकले ही थे कि पीछे से एक आवारा सांड ने दौड़ा कर उन पर हमला कर दिया। जब तक पत्रकार कुछ समझते तब तक जानवर ने उनको कई पटखनी दे दी।
वहां राहगीरों ने जैसे ही देखा दौड़कर सांड को वहां से भगाया तथा घायल पत्रकार को प्राथमिक उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेटुआ ले गए, जहां पर प्राथमिक उपचार के बाद घायल पत्रकार को इलाज के लिए जिला अस्पताल सुल्तानपुर रिफर कर दिया गया।
बताते चलें कि यह पहली घटना नहीं है. इसके पहले भी आवारा पशुओं के हमले से गांव के ही तीन चार लोग घायल हो चुके हैं. घायल पत्रकार ने भेटुआ ब्लॉक के सक्षम अधिकारी बीडीओ को तत्काल आवारा पशु को पकड़ने व उन्हें अस्थायी गौशाला में रखने के लिए पत्र लिखा है. लेकिन अब देखने वाली बात होगी कि आखिर अब इन आवारा मवेशियों का क्या कुछ इंतजाम प्रशासन के द्वारा किया जाता है.