फतेहपुर: उत्तर प्रदेश के फतेहपुर में बनी नूरी मस्जिद को अवैध बता कर बुलडोजर के जरिए गिरा दिया गया है. जब सड़क चौड़ी की जा रही थी तो यह मस्जिद सड़क के बीच में आ गई. मस्जिद कमेटी को लोक निर्माण विभाग (PWD) ने एक महीना पहले नोटिस जारी किया था. इसके खिलाफ कमेटी हाईकोर्ट में गई थी. हालांकि नोटिस पर स्टे नहीं मिल पाया था. जिसके बाद अब कार्रवाई की जा रही है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, प्रशासन आज सुबह 8 बजे पांच बुलडोज़र लेकर पहुंचा और मस्जिद गिरा दी. फतेहपुर में 200 लोगों को हाउस अरेस्ट किया गया है. 500 मीटर एरिया सील को सील कर दिया गया है और चारों तरफ ड्रोन से निगरानी की जा रही है.
फतेहपुर, यूपी की 180 साल पुरानी नूरी जामा मस्जिद को 5 बुलडोजर से गिराया जा रहा। हाइवे चौड़ीकरण के लिए इसे हटाया जा रहा।
मस्जिद मुतव्वली ने इसे लेकर कोर्ट में याचिका दायर की हुई है। इस पर 13 दिसंबर को सुनवाई होनी है। pic.twitter.com/c9YCwupDc3
— Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) December 10, 2024
फिलहाल मौके पर भारी पुलिस बल मौजूद है. इसके साथ ही आरआरएफ को तैनात किया गया है. दावा किया जा रहा है कि यह मस्जिद 180 साल पुरानी है. ललौली थाना इलाके में मौजूद है, जो बांदा-बहराइच हाईवे पर पड़ती है.
सड़क चौड़ा होने का काम शुरू हुआ, तो इस मस्जिद का कुछ हिस्सा अतिक्रमण के दायरे में आ गया. इसको लेकर प्रशासन ने मस्जिद को तोड़ने के आदेश दिए हैं. नूरी जामा मस्जिद की इंतजामिया कमेटी की तरफ से एडवोकेट सैयद अजीमुद्दीन धार्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक केंद्र का हवाला देते हुए इस मस्जिद को न तोड़े जाने के लिए इलाहाबाद हाईकोर्ट में अपील की थी.
इस मामले को लेकर कमेटी का कहना है कि यह एक हिस्टोरिकल स्ट्रक्चर है, जिसको तोड़ा जाना सही नहीं है. यह एक सांस्कृतिक विरासत को नुकसान पहुंचाने जैसा होगा. हालांकि, केस टेकअप नहीं हो पाने की वजह से बीते 6 दिसंबर को होने वाली सुनवाई टाल दी गई.