Vice President Jagdeep Dhankhar resigned: देश के 14वें उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने संसद के मानसून सत्र के बीच स्वास्थ्य कारणों को हवाला देते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया. उपराष्ट्रपति के इस्तीफे के बाद राजनीतिक चर्चाएं तेज हो गई है. सोमवार, 21 जुलाई को मानसून सत्र का अच्छे से संचालन और फिर रात को स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर अचानक से जगदीप धनखड़ का इस्तीफा देना कई सवाल खड़े कर रहा है. विपक्षी पार्टियां भी इस मुद्दे पर सवाल कर रही है.
जगदीप धनखड़ ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को 21 जुलाई की रात पत्र लिखते हुए कहा कि सेहत को प्राथमिकता देने और डॉक्टर की सलाह को मानने के लिए मैं संविधान के अनुच्छेद 67(a) के अनुसार अपने पद से इस्तीफा देता हूं.
‘इस्तीफे के पीछे गहरे कारण’
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि एक बेहद चौंकाने वाला कदम उठाते हुए श्री जगदीप धनखड़ ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने इसकी वजह अपनी सेहत को बताया है. हमें इसका मान रखना चाहिए. लेकिन सच्चाई यह भी है कि इसके पीछे कुछ और गहरे कारण हैं.
‘बैठक में जेपी नड्डा और किरेन रिजिजू नहीं आए’
जयराम रमेश ने कहा कि कल दोपहर 12:30 बजे श्री जगदीप धनखड़ ने राज्यसभा की कार्य मंत्रणा समिति (BAC) की अध्यक्षता की, जिसमें जेपी नड्डा और किरेन रिजिजू समेत और सदस्य मौजूद थे. थोड़ी देर की चर्चा के बाद तय हुआ कि समिति की अगली बैठक शाम 4:30 बजे फिर से होगी. शाम को दोबारा हुई बैठक में नड्डा और रिजिजू नहीं आए.
‘धनखड़ जी को इस बात का बुरा लगा’
उन्होंने आगे कहा कि सबसे हैरानी की बात यह थी कि धनखड़ जी को व्यक्तिगत रूप से यह नहीं बताया गया कि दोनों मंत्री बैठक में नहीं आएंगे. स्वाभाविक रूप से उन्हें इस बात का बुरा लगा और उन्होंने BAC की अगली बैठक आज दोपहर एक बजे के लिए टाल दी.
जयराम रमेश ने कहा कि इससे साफ है कि कल दोपहर 1 बजे से लेकर शाम 4:30 बजे के बीच जरूर कुछ गंभीर बात हुई है, जिसकी वजह से जेपी नड्डा और किरेन रिजिजू ने जानबूझकर शाम की बैठक में हिस्सा नहीं लिया.
कल दोपहर 12:30 बजे श्री जगदीप धनखड़ ने राज्यसभा की कार्य मंत्रणा समिति (BAC) की अध्यक्षता की। इस बैठक में सदन के नेता जेपी नड्डा और संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू समेत ज़्यादातर सदस्य मौजूद थे। थोड़ी देर की चर्चा के बाद तय हुआ कि समिति की अगली बैठक शाम 4:30 बजे फिर से होगी।…
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) July 22, 2025
सत्र के बीच पद से इस्तीफा देने वाले पहले उपराष्ट्रपति
जगदीप धनखड़ ने संसद के मॉनसून सत्र के बीच अपने पद से इस्तीफा दे दिया. इसके साथ ही वह सत्र के बीच में पद से इस्तीफा देने वाले धनखड़ देश के पहले उपराष्ट्रपति हैं. वहीं कार्यकाल के बीच में इस्तीफा देने वाले तीसरे उपराष्ट्रपति बन गए.
अगस्त 2027 तक था कार्यकाल
जगदीप धनखड़ ने 11 अगस्त 2022 को देश के 14वें उपराष्ट्रपति पद की शपथ ली थी. उनका कार्यकाल अगस्त 2027 में पूरा होना था. उपराष्ट्रपति चुनाव में उन्होंने विपक्ष की उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा को हराया था. धनखड़ को कुल 725 में से 528 वोट मिले थे, जबकि अल्वा को 182 वोट मिले थे.