Uttarakhand Gym Trainer Waseem Murder Case: उत्तराखंड की राजधानी हरिद्वार में पिछले साल मुस्लिम जिम ट्रेनर वसीम की संदिग्ध स्थिति में हुई मौत मामले में कोर्ट ने बड़ा आदेश दिया है. कोर्ट ने लगभग दस महीने बाद छह पुलिस अधिकारियों के खिलाफ FIR दर्ज करने का आदेश दिया है. जिम ट्रेनर वसीम के परिजनों ने पुलिस पर हत्या का आरोप लगाया था. आईए जानते हैं कि पूरा मामला क्या है…
यह है पूरा मामला…
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, 25 अगस्त 2024 को जिम ट्रेनर वसीम का शव हरिद्वार के माधोपुर के एक तालाब में मिला था. परिवार वालों ने आरोप लगाया था कि पुलिस ने वसीम की हत्या की थी. परिवार वालों की शिकायत के बावजूद FIR दर्ज नहीं की गई थी. अब मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अविनाश कुमार श्रीवास्तव ने छह अधिकारियों के खिलाफ FIR दर्ज करने और जांच का आदेश दिया है.
‘पुलिस अधिकारियों ने पीटकर तालाब में फेंक दिया’
बता दें कि वसीम के रिश्तेदार अलाउद्दीन ने इसके बाद अदालत का दरवाजा खटखटाया था. अलाउद्दीन के द्वारा दिए गए आवेदन के मुताबिक, वसीम 25 अगस्त की सुबह घर जा रहा था. तभी उसे सब-इंस्पेक्टर शरद सिंह, कांस्टेबल सुनील सैनी और प्रवीण सैनी के अलावा तीन और अज्ञात पुलिसकर्मियों ने रोका. इसके बाद उन्होंने वसीम को जान से मारने के इरादे से लाठी- डंडों से पीटना शुरू कर दिया. इसके बाद उसे सड़क के पास तालाब के पास फेंक दिया.
पुलिस ने दी थी धमकी
अलाउद्दीन ने आगे बताया कि पुलिस की मारपीट से वसीम जोर- जोर से चीखने- चिल्लाने लगा, तो उसकी आवाज से आसपास के लोग जमा हो गए और घटना का वीडियो भी बनाया. उन्होंने आगे बताया कि जब स्थानीय लोगों ने वसीम को बचाने की कोशिश की तो पुलिस ने धमकी देते हुए कहा कि तो वे गोली मार देंगे और आखिरकार पुलिस अधिकारियों ने वसीम को मार डाला.
अदालत ने क्या कहा?
कोर्ट ने सुप्रीम कोर्ट के एक आदेश का हवाला देते हुए कहा कि मजिस्ट्रेट को यह निर्धारित करने की जरूरत नहीं है कि शिकायत झूठी है या नहीं, बल्कि उसे यह आकलन करना होगा कि शिकायत में कथित तौर पर अपराध जैसा कुछ है या नहीं.
‘आरोपी पुलिसकर्मी घटनास्थल पर मौजूद थे’
कोर्ट ने आगे कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत से पहले शरीर पर छह चोटों के निशान दिखाए गए हैं. जो यह दिखाते हैं कि वसीम को तालाब में फेंकने से पहले बुरी तरह पीटा गया था. जांच रिपोर्ट से यह पुष्टि भी होती है कि आरोपी पुलिसकर्मी घटनास्थल पर मौजूद थे. इसलिए इस बात को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता कि आरोपी पुलिसवालों ने वसीम की पिटाई की होगी और उसे तालाब में फेंक दिया होगा.
पुलिस ने कहा…
वहीं पुलिस ने इस मामले पर अपनी जांच रिपोर्ट में दावा किया कि स्कूटर सवार एक व्यक्ति पुलिस को देखकर भाग गया. जब पुलिस ने वाहन की जांच की, तो उन्हें कथित तौर पर स्कूटर के स्टोरेज में गोमांस के पैकेट मिले.