ईरानी सेना ने कहा है कि इसराइली हवाई हमलों में दो सैनिक मारे गए हैं, जिसमें सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया. इससे पहले इसराइल ने कहा कि उसने अपना बदला ले लिया है और किसी भी जवाबी कार्रवाई के खिलाफ चेतावनी भी दी.
ईरान के वायु रक्षा मुख्यालय ने एक बयान में पुष्टि की कि तेहरान प्रांतों में स्थित ठिकानों पर हमला किया गया, लेकिन हमलों का “डटकर जवाब” दिया गया.
इसमें कहा गया है कि, “हालांकि कुछ क्षेत्रों में मामूली क्षति हुई है, तथा घटना की गंभीरता की जांच की जा रही है.” इस बात का तत्काल कोई संकेत नहीं मिला कि तेल या सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया है.
बता दें कि इसराइल ने शनिवार तड़के ईरान पर बड़ा हमला किया. इसराइली सुरक्षा बलों ने तेहरान में सैन्य ठिकानों और आस-पास के इलाकों को निशाना बनाया. इस दौरान भीषण बमबारी की गई. इसराइली सेना ने हमले की पुष्टि की है. वहीं इसराइल ने ईरान पर किए गए हमले की जानकारी अमेरिका को भी दी है.
इसराइल रक्षा बल (आईडीएफ) ने एक्स पर कहा,’ईरान में शासन द्वारा इसराइल के खिलाफ महीनों से लगातार किए जा रहे हमलों के जवाब में – अभी इसराइल रक्षा बल ईरान में सैन्य ठिकानों पर सटीक हमले कर रहा है. ईरान में शासन और क्षेत्र में उसके प्रतिनिधि 7 अक्टूबर से लगातार इसराइल पर हमला कर रहे हैं. सात मोर्चों पर जिसमें ईरानी धरती से सीधे हमले भी शामिल हैं.
दुनिया के हर दूसरे संप्रभु देश की तरह इसराइल को भी जवाब देने का अधिकार और कर्तव्य है. हमारी रक्षात्मक और आक्रामक क्षमताएं पूरी तरह से सक्रिय हैं. हम इसराइल देश और इसराइल के लोगों की रक्षा के लिए जो भी आवश्यक होगा करेंगे.’
इसराइली रक्षा बलों की ओर से कहा गया है कि वह ईरानी सैन्य ठिकानों पर सटीक हमले कर रहा है. लगभग एक महीने पहले तेहरान ने इसराइल की ओर लगभग 200 बैलिस्टिक मिसाइल दागे गए थे. आईडीएफ ने कहा कि ये हमले 7 अक्टूबर से ईरान और उसके समर्थकों द्वारा लगातार किए गए हमलों के जवाब में किए जा रहे हैं.
टाइम्स ऑफ इसराइल की रिपोर्ट के अनुसार आईडीएफ के प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हगारी ने एक संक्षिप्त वीडियो बयान में घोषणा की कि इस समय लोगों को दिए गए निर्देशों में कोई बदलाव नहीं किया गया है, क्योंकि ईरान में हमले किए जा रहे हैं. हमले और बचाव में इसराइल की तैयारियों को व्यक्त करते हुए, हगारी ने कहा, ‘आईडीएफ हमले और बचाव के लिए पूरी तरह से तैयार है.
इसराइल ने ईरान पर किए गए हमले की जानकारी अमेरिका को दी है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन को इस बारे में सूचित किया गया है. इसराइल अमेरिका को हर बड़े हमले की रिपोर्ट देता है. अमेरिका इसराइल के ईरान और लेबनान हमले का समर्थन करता है. अमेरिका आतंकवाद के सफाया के नाम पर इसराइल का समर्थन करता है.