गाजा: फिलिस्तीन के गाजा की स्थिति लगातार बद से बदतर होती जा रही है. गाजा पट्टी पूरी तरह से खंडहर में तब्दील हो चुकी है. फिर भी इसराइल रुकने को तैयार नहीं है और लगातार गाजा पट्टी पर हवाई और जमीनी हमले कर रहा है. इस बीच इसराइल रक्षा बल (आईडीएफ) ने उत्तरी गाजा पर भीषण हमले किए हैं. जिसमें कम से कम 110 लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि 200 से ज्यादा लोग जख्मी हुए हैं. जिनमें ज्यादातर बच्चे और महिलाएं शामिल हैं.
वहीं, गाजा में लोगों तक मानवीय सहायता नहीं पहुंच पा रही है, जिसके कारण लोग भुखमरी से पीड़ित हैं. वहीं इसराइली संसद ने 28 अक्टूबर को एक कानून पारित किया. इसके बाद संयुक्त राष्ट्र की राहत एजेंसी यूएनआरडब्ल्यूए (UNRWA) को देश के भीतर काम करने पर प्रतिबंधित लगा दिया गया है. इसके बाद गाजा में स्थिति गंभीर हो सकती है और लोग भूख से मर सकते हैं.
कानून का मसौदा तैयार करने वाले नेसेट सदस्यों ने दावा किया है कि यूएनआरडब्ल्यूए सदस्यों का हमास के साथ मिलकर कानून पारित करने के पीछे हाथ है. फिलिस्तीनी आपातकालीन सेवा ने कहा कि मतदान उसी दिन हुआ जिस दिन इसराइली टैंक उत्तरी गाजा में दो शहरों और एक शरणार्थी शिविर में गहराई तक घुस आए थे और भीषण हमले किए थे.
गाजा में 7 अक्टूबर, 2023 से इसराइली हमलों में कम से कम 43,163 लोग मारे गए हैं और 101,510 घायल हुए हैं. हमास के नेतृत्व वाले हमलों के दौरान इसराइल में अनुमानित 1,139 लोग मारे गए और 200 से अधिक बंदी बनाए गए थे. वहीं, गाजा पर युद्ध शुरू होने के बाद से लेबनान में इसराइली हमलों में कम से कम 2,787 लोग मारे गए हैं और 12,772 घायल हुए हैं.