नई दिल्ली: ग़ाज़ियाबाद के डासना शिवशक्ति धाम के महंत यति नरसिंहानंद एक बार फिर से चर्चा में हैं. आपत्तिजनक बयान देने की वजह से उनको हिरासत में लिया गया है. उनके खिलाफ आपत्तिजनक बयान मामले में यूपी समेत देश के कई राज्यो में एफआईआर (FIR) दर्ज कराई गई है.
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में एक कार्यक्रम के दौरान यति नरसिंहानंद ने इस्लाम के पैग़म्बर हज़रत मुह़म्मद रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम और कुरान को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की, जिसके बाद देशभर में राजनीति गरमा चुकी है. कई जगहों पर उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई हैं.
अब इस मामले को लेकर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की प्रतिक्रिया सामने आई है. ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष खालिद सैफुल्लाह रहमानी ने कहा कि इस्लाम के पैग़म्बर हज़रत मुह़म्मद रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की शान में नरसिंहानंद की गुस्ताखी असहनीय है.
वहीं, जमीयत उलेमा ए हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने कहा है कि यति नरसिंहानंद ने पैग़म्बर हज़रत मुह़म्मद रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम और कुरान के खिलाफ असहनीय और शर्मनाक अपमान किया है और पूरी दुनिया के मुसलमानों की धार्मिक भावनाओं को गंभीर ठेस पहुंची है. उन्होंने कहा कि गुस्ताखे रसूल सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के खिलाफ सिर्फ रिपोर्ट दर्ज करना ही काफी नहीं है, कानून के मुताबिक़ कड़ी सजा देना भी ज़रूरी है.
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने हैदराबाद के कमिश्नर सीवी आनंद से मुलाकात की और पैग़म्बर हज़रत मुह़म्मद रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के खिलाफ कथित रूप से अभद्र भाषा और अपमानजनक बयान देने के लिए यति नरसिंहानंद के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के लिए AIMIM की ओर से एक ज्ञापन भी दिया. उन्होंने जल्द से जल्द कड़ी सजा देने की मांग की. उन्होंने कहा कि जब तक दुनिया कायम रहेगी तब तक हमारे नबी सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम का नाम रहेगा.
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच का आरोप है कि डासना मंदिर के महंत ने समाज को बाटने और नफरत फैलाने की संगठित कोशिश की है. उन्होंने ऐलान किया है कि वह उनके खिलाफ देशभर में एफआईआर (FIR) दर्ज करवाएंगे और राष्ट्रीय अभियान चलाएंगे.