उत्तर प्रदेश में दूसरी बार योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. लखनऊ के इकाना स्टेडियम में हजारों लोगों और शीर्ष राजनेताओं के बीच योगी आदित्यनाथ दूसरी बार यूपी की कमान संभाल ली. सीएम योगी आदित्यनाथ के अलावा दो डिप्टी सीएम बनाए गये हैं. यह जिम्मेदारी केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक को गई है.
इस समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कई केंद्रीय मंत्री और भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने भाग लिया. साथ ही देश के बड़े उद्योगपतियों को न्योता भेजा गया था.
इस मौके पर गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, ‘जनता ने योगी को फिर से मुख्यमंत्री बनाया है. हमने आज सिर्फ एक नेता चुना है.’
Lucknow | BJP's Yogi Adityanath takes oath as the Chief Minister of Uttar Pradesh for the second consecutive term. pic.twitter.com/ubAZ5nHTB4
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) March 25, 2022
कैबिनेट मंत्री बने
कैबिनेट मंत्री के तौर पर सुरेश कुमार खन्ना, सूर्य प्रतात शाही, स्वतंत्र देव सिंह, बेबी रानी मौर्या, अनिल राजभर, लक्ष्मी नारायण चौधरी, जयवीर सिंह, धर्मपाल सिंह, नंद गोपाल नंदी, भूपेंद्र चौधरी, जितिन प्रसाद, राकेश सचान, अरविंद कुमार शर्मा, योगेंद्र उपाध्याय, आशीष पटेल, संजय निषाद ने शपथ ली है.
राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार
राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार के मंत्री के तौर पर नितिन अग्रवाल, कपिल देव अग्रवाल, रविंद्र जायसवाल, संदीप सिंह, गुलाब देवी, गिरीश चंद्र यादव, धर्मवीर सिंह प्रजापति, असीम अरूण, जेपीएस राठौर, दयाशंकर सिंह, नरेंद्र कश्यप, दिनेश प्रताप सिंह, अरुण कुमार सक्सेना, दयाशंकर मिश्र दयालु ने शपथ ली.
राज्यमंत्री बने
राज्य मंत्री के तौर पर मयंकेश्वर सिंह, दिनेश खटिक, संजीव गौड़, बलदेव सिंह ओलख, अजीत पाल, जसवंत सैनी, रामकेश निषाद, मनोहर लाल मन्नू कोरी, संजय गंगवार, बृजेश सिंह, केपी मलिक, सुरेश राही, सोमेंद्र तोमर, अनूप प्रधान, प्रतिभा शुक्ला, राकेश राठौर, रजनी तिवारी, सतीश शर्मा, दानिश आजाद अंसारी, विजय लक्ष्मी गौतम को शामिल किया गया है.
इन मंत्रियों को नहीं मिली जगह
यूपी की नई कैबिनेट में इस बार दिनेश शर्मा, सतीश महाना, रमापति शास्त्री, जय प्रताप सिंह, श्रीकांत शर्मा, सिद्धार्थनाथ सिंह, मुकुट बिहारी वर्मा,आशुतोष टंडन, महेंद्र सिंह, रामनरेश अग्निहोत्री को कैबिनेट में जगह नहीं दी गई है. इसके अलावा पिछली बार राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रहे उपेंद्र तिवारी, स्वाति सिंह, नीलकंठ तिवारी, सतीश चंद्र द्विवेदी, अशोक कटारिया, श्रीराम चौहान को भी जगह नहीं दी गई है.
बता दें कि उत्तर प्रदेश विधानसभा के हाल ही में संपन्न हुए चुनाव में सत्तारूढ़ भाजपा को 255 सीटें मिली थीं जबकि उसके सहयोगी अपना दल सोनेलाल को 12 तथा निषाद पार्टी को 6 सीटों पर जीत हासिल हुई. पूर्ण बहुमत हासिल करने के बाद बीजेपी लगातार दूसरी बार सरकार पूर्ण बहुमत की सरकार बना ली है.
इसके 37 वर्ष पहले 1985 में नारायण दत्त तिवारी के नेतृत्व में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने दोबारा पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई थी और तिवारी ने लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. योगी आदित्यनाथ के खाते में 37 वर्ष बाद यह रिकॉर्ड दर्ज हुआ है.