इस्लामाबाद: पाकिस्तान के अशांत उत्तर-पश्चिम क्षेत्र के कुर्रम जिले के अलग-अलग हिस्सों में स्थिति बेहद तनावपूर्ण है. यहां सुन्नी और शिया समुदायों के बीच संघर्ष विराम के बावजूद भी गोलीबारी जारी है. ताजा घटना में दो लोगों की मौत हो गई. इसी के साथ इस हिंसा में मरने वालों की तादाद बढ़कर 122 हो गई. ताजा घटना की जानकारी पुलिस और हॉस्पिटल के अधिकारियों ने शुक्रवार को दी.
सुन्नी और शिया समुदायों के बीच पिछले सप्ताह हिंसा शुरू हुई थी. हालांकि, पिछले दिनों दोनों समुदाय के बीच संघर्ष विराम पर सहमत हो गए थे, लेकिन इसके बावजूद भी उनके बीच मामूली झड़पें जारी हैं. दोनों समुदायों के बीच इस हिंसा में गुरुवार को फिर गोलीबारी हुई, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई और 6 लोग घायल हो गए. इस ताजा घटना के बाद खैबर पख्तूनख्वा के गवर्नर फैसल करीम कुंडी ने शुक्रवार को सीएम अली अमीन गंदापुर को अशांत क्षेत्र का दौरा करने के लिए कहा.
अफगानिस्तान की सीमा से लगे कुर्रम जिले में पाराचिनार के पास मुसाफिरों को ले जा रही गाड़ी पर 21 नवंबर को घात लगाकर किए गए हमले के एक दिन बाद जिले में अलीजई और बागन कबाइली गुटों के बीच हिंसा भड़क गई थी. मुसाफिर वैन पर हुए हमले में 47 लोग मारे गए थे. इस हमले में शदीद जख्मी हुए कई मुसाफिरों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. जिससे इस हमले में मरने वालों की तादाद बढ़कर 57 हो गई थी.
बागान बाजार क्षेत्र में दोनों समुदायों के बीच पिछले शुक्रवार और शनिवार को हुई हिंसा में कम से कम 37 लोग मारे गए और कई अन्य जख्मी हो गए. इसके बाद जल्द ही यह हिंसा जिले के बालिशखेल, खार, काली, जुंज अलीजई और मकबल समेत अन्य जगहों पर हिंसा फैल गई.
पुलिस और हॉस्पिटल के सूत्रों ने बताया कि शुक्रवार तक जारी रही गोलीबारी की घटनाओं में कम से कम 65 लोग मारे गए. पुलिस ने बताया कि सरकार ने इससे पहले रविवार को शिया और सुन्नी समुदायों के बीच सात दिवसीय सीजफायर कराया था, जिसे बाद में बढ़ाकर 10 दिन कर दिया गया. संघर्ष विराम के बावजूद दोनों समुदायों के बीच छिटपुट झड़पें लगातार जारी हैं. सूत्रों ने बताया, “कुर्रम में 21 नवंबर से जारी सांप्रदायिक हिंसा में शुक्रवार तक मरने वालों की तादाद बढ़कर 122 हो गई है, जबकि 145 लोग घायल हैं.”