वॉशिंगटन: इसराइल पर ईरान के हमले के बाद युद्ध और भी खतरनाक हो गया है. इसराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि ईरान को इसकी कीमत चुकानी होगी. वहीं, इसराइल पर मिसाइल अटैक के बाद G7 देशों ने एक आपात बैठक भी बुलाई. G7 देशों ने ईरान के हमलों की कड़ी निंदा की है. वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इसराइल को भी सख्त चेतावनी दी है.
जो बाइडेन ने कहा है कि वह हर हाल में इसराइल का साथ दे रहा है, लेकिन उसने ईरान पर परमाणु हमला किया तो वह इसराइल को समर्थन नहीं देगा. अमेरिका ने सख्त लफ्जों में यह बात कही है. जी7 देशों में इटली, अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी और जापान शामिल हैं. इस बीच व्हाइट हाउस ने कहा है कि अमेरिकी राष्ट्रपति ने ईरान पर नए प्रतिबंध लगाने की बात कही है.
बाइडेन ने कहा है कि वह परमाणु हमले का कभी भी समर्थन नहीं करेंगे. उन्होंने ऐसा इसलिए कहा है क्योंकि इसराइल ने ईरान की बैलिस्टिक मिसाइलों के हमले का जवाब देने की बात की है.
बता दें कि ईरान और इसराइल के बीच तनातनी और भी बढ़ गई है. इसराइल की धमकी के बाद ईरान ने भी कहा कि वह इस बार अलग ढंग से हमला करेगा. ईरान ने कहा कि अगर इसराइल ने उनके इलाकों पर बमबारी की तो उसकी सेना मिसाइल हमले को कई गुना तीव्रता के साथ दोहराएगी.
वहीं, लेबनान में हिजबुल्लाह के साथ जंग अभी भी जारी है. इस बीच इसराइल की आईडीएफ ने कहा है कि लेबनान में जमीनी लड़ाई में 8 इसराइली सैनिकों की मौत हो गई है. इस हादसे पर बेंजामिन नेतन्याहू ने शोक व्यक्त किया है.
इजरायल रक्षा बल (आईडीएफ) ने सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा कि कैप्टन ईटन इत्जाक ओस्टर, कैप्टन हारेल इटिंगर, कैप्टन इताई एरियल गियाट, सार्जेंट फर्स्ट क्लास नोम बारजिले, सार्जेंट फर्स्ट क्लास ओर मंत्जूर, सार्जेंट फर्स्ट क्लास नज़र इटकिन, स्टाफ सार्जेंट अल्मकेन तेरेफे और स्टाफ सार्जेंट इडो ब्रोयर, सभी दक्षिणी लेबनान में हिज़्बुल्लाह आतंकवादियों के खिलाफ लड़ाई के दौरान मारे गए.
बेंजामिन नेतन्याहू ने भी पोस्ट करते हुए लिखा है कि मैं आज लेबनान में शहीद हुए हमारे जवानों के परिवारों के प्रति अपने दिल की गहराई से संवेदना व्यक्त करना चाहता हूं. उनपर ईश्वर की कृपा हो. उनकी स्मृति को आशीर्वाद मिले. हम ईरान की बुराई की धुरी के खिलाफ एक कठिन युद्ध के बीच में हैं, जो हमें नष्ट करना चाहता है. ऐसा नहीं होगा – क्योंकि हम एक साथ खड़े होंगे, और ईश्वर की मदद से – हम एक साथ जीतेंगे. हम दक्षिण में अपने अपहृत लोगों को वापस लाएंगे, हम उत्तर में अपने निवासियों को वापस लाएंगे, हम इसराइल की अनंतता की गारंटी देंगे.