गाजा में इसराइली एयर स्ट्राइक में 88 की मौत

गाजा: इसराइल ने उत्तरी गाजा पट्टी में मंगलवार को दो अलग-अलग जगहों पर एयर स्ट्राइक किए. इस हमले में कम से कम 88 लोग मारे गए, जिनमें दर्जनों महिलाएं और बच्चे शामिल हैं. फिलिस्तीन हेल्थ अफसरों और एक हॉस्पिटल के निदेशक ने कहा कि जानलेवा चोटों का फिलहाल इलाज नहीं किया जा रहा है, क्योंकि इसराइली बलों द्वारा सप्ताहांत में की गई छापेमारी की वजह से दर्जनों डॉक्टरों को हिरासत में लिया गया है.

इसराइल ने हाल के हफ्तों में उत्तरी गाजा में हवाई हमलों को तेज कर दिया है और बड़ा जमीनी अभियान भी चलाया है. जिसके चलते गाजा तक पर्याप्त सहायता नहीं पहुंच पा रही है. वहीं, इसराइली सांसदों ने खाना, पानी और दवा बांटने वाली मुख्य यू.एन. एजेंसी के साथ रिश्ते समाप्त करने और इसराइली धरती से इसे प्रतिबंधित करने के लिए दो कानून पारित किए. इसराइल गाजा और कब्जे वाले पश्चिमी तट दोनों तक पहुंच को कंट्रोल करता है और यह साफ नहीं था कि संयुक्त राष्ट्र राहत एजेंसी यूएनआरडब्ल्यूए (UNRWA) के रूप में जानी जाने वाली एजेंसी दोनों जगहों पर अपना काम कैसे जारी रखेगी.

संयुक्त राष्ट्र राहत एजेंसी यूएनआरडब्ल्यूए (UNRWA) के स्पोक्सपर्सन जॉन फाउलर ने कहा, “अगर गाजा में मानवीय कैंपेन विफल हो जाता है, तो यह आपदाओं की एक सीरीज के भीतर एक आपदा है और इसके बारे में सोचना भी बेकार है.” उन्होंने कहा कि गाजा में सहायता देने वाली अन्य यू.एन. एजेंसियां ​​और इंटरनेशनल संगठन इसके रसद और हजारों वर्कर्स पर निर्भर हैं. ईरान समर्थित लेबनानी समूह हिजबुल्लाह ने मंगलवार को कहा कि उसने शेख नईम क़ासिम को लंबे वक्त के लिए नेता हसन नसरल्लाह का उत्तराधिकारी चुना है. नसरल्लाह की पिछले महीने इसराइली हवाई हमले में मौत हे गई थी.

ज़ी सलाम की रिपोर्ट के अनुसार, गाजा हेल्थ मिनिस्टरी की इमरजेंसीन सर्विस ने कहा कि उत्तरी गाजा शहर बेत लाहिया में मंगलवार को हुए पहले हमले में कम से कम 70 लोग मारे गए और 23 लापता हैं. मिनिस्टरी ने कहा कि पीड़ितों में आधे से ज्यादा महिलाएं और बच्चे थे. आपातकालीन सेवा के मुताबिक, पांच मंजिला इमारत पर हुए हमले में एक मां और उसके पांच बच्चे, जिनमें से कुछ बुजुर्ग भी थे. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, मंगलवार शाम को बेत लाहिया पर हुए दूसरे हमले में कम से कम 18 लोग मारे गए. इस हमले में घायलों को कमाल अदवान अस्पताल में भर्ती कराया गया था. घायलों में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे शामिल हैं, जिनमें से कई को तत्काल सर्जरी की जरूरत थी. लेकिन, डॉक्टर नहीं होने की वजह से शदीद घायलों की सर्जरी नहीं हो सकी.

हॉस्पिटल के निदेशक डॉ. होसम अबू सफ़िया के मुताबिक, इसराइली सेना ने सप्ताहांत में अस्पताल पर छापा मारा, और दर्जनों डॉक्टरों को हिरासत में लिया, जिनके बारे में कहा गया कि वे हमास के लिए कमाम करते थे. सफ़िया ने आगे कहा, “स्थिति हर मायने में भयावह है. हॉस्पिटल में बचा हुआ एकमात्र डॉक्टर शिशु रोग विशेषज्ञ है. हेल्थ सर्विस सिस्टम ध्वस्त हो गई है और फौरन इंटरनेशनल हस्तक्षेप की जरूरत है.”

इसराइली सेना ने हाल के महीनों में बेघर लोगों के लिए बने कैंप पर बार-बार हमले किए हैं, जिसमें सैकड़ों की तादाद में फिलिस्तीन लोगों की मौत हो ई है. इसराइल का कहना है कि यह हमास के ठिकानों को निशाना बनाकर सटीक हमले करता है और नागरिकों को नुकसान पहुंचाने से बचने की कोशिश करता है. लेकिन, इसराइल के दावे से बिलकुल उलट है. हमलों में अक्सर बेकसूर लोग मारे जाते हैं, जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे मारे जाते हैं.

वहीं, इसराइल ने मंगलवार को कहा कि उत्तरी गाजा में लड़ाई में उसके 4 और सैनिक मारे गए, जिससे ऑपरेशन की शुरुआत से अब तक मरने वालों की तादाद 16 हो गई, जिसमें एक कर्नल भी शामिल है.

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