Gaza News Update: इजराइल और हमास के बीच लगातार तीन दिनों की बातचीत के बाद आज यानी कि गुरूवार, 9 अक्टूबर को गाजा में सीजफायर के पहले चरण पर सहमति बन गई है. इस सहमति के बाद पिछले दो सालों से लगातार जुल्म सह रहे गाजा वासियों को राहत की उम्मीद नजर आ रही है. हालांकि इसी बीच बीते कल यानी कि बुधवार को गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने गाजा में हुए हमलों से जानमाल के नुकसान का एक आंकड़ा जारी किया है, जो हैरान कर देने वाला है.
स्वास्थ्य मंत्रालय का चौंकाने वाला आंकड़ा
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, इजराइली हमलों से गाजा में हर दिन 2 स्वास्थ्यकर्मियों की मौत होती है, हर तीन दिन में एक पत्रकार मारा जाता है, हर पांच दिन में एक सिविल डिफेंस कर्मी की जान जाती है, हर दिन औसतन 232 लोग घायल होते हैं, हर दो दिन में 13 लोगों के अंग काटने (Amputation) पड़ते हैं, और 6 लोग लकवे (Paralysis) या आंखों की रोशनी खोने जैसी गंभीर स्थितियों का शिकार हो जाते हैं. इसके अलावा, हर दिन स्वास्थ्य शिविरों पर एक से ज़्यादा हमले किए जाते हैं.
स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों ने गाजा में इजराइल के भयानक चेहरे को सामने लाया है. यह आंकड़े दर्शाते हैं कि इजराइल ने गाजा में कितना जुल्म किया है और कितने मासूम लोगों की जान ली है.
अबतक 1,722 स्वास्थ्यकर्मियों की हत्या
रिपोर्टों के मुताबिक, 7 अक्टूबर 2023 से अब तक, कुल 1,722 स्वास्थ्यकर्मियों की मौत हो चुकी है. ग़ाज़ा के 36 अस्पतालों में से केवल 14 अस्पताल ही अभी काम कर रहे हैं, वो भी बहुत सीमित क्षमता में काम कर रहे हैं. इन अस्पतालों को दवाओं, उपकरणों और इजराइल के घातक हमलों के बीच काम करना पड़ रहा है.
इजराइली हमलों में इतने फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं
बता दें कि इजराइल पिछले लगभग दो सालों से लगातार गाजा पट्टी में घुसकर हमले कर रहा है. इस हमले हर दिन मासूम फिलिस्तीनी मारे जा रहे हैं. गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इजराइल द्वारा गाजा में लगातार किए जा रहे हमलों से लगभग 67,183 फिलिस्तीनी मारे गए हैं, जबकि 169,841 लोग घायल हुए हैं. इनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चें शामिल हैं.

