राज्य और केंद्र की मौजूदा भाजपा सरकार एक तरफ तो ‘सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास’ की बात करती है तो दूसरी तरफ देश में दिन-ब-दिन मॉब लिंचिंग की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं, जिस पर अंकुश लगाने की सख्त जरूरत है जो वर्तमान सरकार विफल हो रही है. जिसके खिलाफ अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्रों ने कैंपस में विरोध मार्च निकाला और अलीगढ़ सिटी मजिस्ट्रेट को राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन सौंपा.
एएमयू के छात्र नेता जानिब हसन का कहना है कि एक तरफ मौजूदा बीजेपी सरकार ‘सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास’ की बात करती है तो दूसरी तरफ मॉब लिंचिंग के मामले दिन-ब-दिन बढ़ते जा रहे हैं. जैसा कि हाल ही में इन मामलों में देखने को मिला है.
- उत्तर प्रदेश के जिला मथुरा में आमिर को पकड़ा गया और पहले बेबुनियाद बीफ रखने का आरोप लगाया गया. उसे फिर एक कमरे में बंद कर दिया गया और बुरी तरह पीटा गया.
- गाजियाबाद में मुस्तक़ीम नाम के शख्स को इतनी बुरी तरह पीटा गया कि उसकी मौत हो गई.
- कौशाम्बी गांव में नूर आलम और जफर आलम दोनों को बुरी तरह पीटा गया जिसमें जफर आलम की मौके पर ही मौत हो गई और उसके भाई नूर आलम को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा.
- राजस्थान के भरतपुर में योगेश नाम के एक दलित व्यक्ति को दबंग लोगों ने मूंछ रखने की वजह से पीटा.
- कर्नाटक के अंदर आयोजित होने वाले वार्षिक उत्सव के बारे में पोस्टर लगाकर धमकी दी है कि मुसलमान इस त्योहार में अपनी दुकानें नहीं लगाएंगे और अगर ऐसा करते हैं तो उनके साथ बहुत बुरा व्यवहार किया जाएगा.
राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन
जानिब हसन ने सवाल पूछते हुए कहा ‘एक तरफ तो आप देश में सबके विश्वास की बात करते हैं. दूसरी तरफ देश में मुसलमानों और दलितों को निशाना बनाया जा रहा है इस पर लगाम कब लगेगी?’. मौजूदा बीजेपी सरकार मुसलमानों को निशाना बनाने या सबका विश्वास जीतने के लिए बनी है? मैं राष्ट्रपति से मांग करता हूं कि मॉब लिंचिंग के पीड़ितों के परिवारों को मुआवजा दिया जाए और उनके परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए. मॉब लिंचिंग में शामिल सभी लोगों को गिरफ्तार करके सजा दी जाए.
मॉब लिंचिंग के खिलाफ मार्च. फोटो : ईटीवी भारत
अलीगढ़ सिटी मजिस्ट्रेट प्रवेश वर्मा ने राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन प्राप्त करने के बाद कहा कि आज एएमयू के छात्रों ने मॉब लिंचिंग के खिलाफ विरोध मार्च निकाला. राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन भी दिया है जो हमें प्राप्त हुआ है और राष्ट्रपति को भेज दिया जायेगा.