Muslim Man saved Hindu woman life: उत्तर प्रदेश के बरेली में एक मुस्लिम फेरीवाले ने हिंदू महिला की जान बचाकर इंसानियत की मिसाल पेश की है. इस समय सोशल मीडिया पर एक वीडियो खूब वायरल हो रहा है, जहां हिंदू महिला मुस्लिम बुजुर्ग का शुक्रिया अदा करते हुए नजर आती हैं. साथ ही वीडियो में देखा जा सकता है कि महिला की जान बचाते हुए मुस्लिम बुजुर्ग की उंगली में चोटें आई है. आईए जानते हैं कि पूरा मामला क्या है..
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, हिंदू महिला शालिनी अग्रवाल घर पर थी, उस समय अचनाक से एक व्यक्ति उनके घर में घुस गया और हमला कर दिया. महिला अपनी जान बचाने के लिए जोर- जोर से चिल्लानें लगीं, लेकिन मोहल्ले का आसपास का कोई भी नहीं आया. इसी दौरान वहां से गुजर रहे मुस्लिम फेरीवाले ने जब महिला के चिल्लाने की आवाज सुनी तो वो भागते हुए गए और महिला की जान बचाई.
मुस्लिम बुजुर्ग फेरीवाले ने बिना कुछ सोचे समझे इंसानियत दिखाते हुए हिंदू महिला की जान बचाई. शालिनी की जान बचाने के दौरान मुस्लिम बुजुर्ग की उंगलियों में चोट भी लग जाती है.
महिला ने कहा मुस्लिम बुजुर्ग नहीं होते तो जिंदा नहीं रहती
हिंदू महिला शालिनी ने इस घटना के बाद वीडियो शेयर करते हुए मुस्लिम बुजुर्ग का शुक्रिया अदा किया. शालिनी मुस्लिम फेरीवाले से कहती है कि आप नहीं होते तो मेरी जान नहीं बच पाती. इस दौरान मुस्लिम बुजुर्ग अपनी उंगली दिखाते हुए कहते हैं कि उनकी उंगली में चोट लग गई है.
नफ़रत की दंगाई वीडियोज़ के बीच एक इंसानियत की कहानी सुनिए
सोशल मीडिया पर वायरल इस वीडियो के मुताबिक़ शालिनी अग्रवाल के घर में एक व्यक्ति घुसता है उन्हें मारने की कोशिश करता है। वह अपनी हिन्दू कॉलोनी में मदद की गुहार लगाती है चिल्लाती हैं, मगर कोई बचाने नहीं आता। तभी एक फेरीवाले… pic.twitter.com/Kt89iYMjXq
— Dr. Laxman Yadav (@DrLaxman_Yadav) December 30, 2025
एक अन्य वीडियो के जरिए शालिनी कहती है कि हमले से उनके कंधे, सिर और अन्य जगहों पर चोटें आई है. आगे कहा कि हमला करने वाले व्यक्ति के खिलाफ शिकायत दर्ज कराउंगी.
मुस्लिम बुजुर्ग की हो रही है काफी तारीफें
सोशल मीडिया पर मुस्लिम बुजुर्ग की काफी तारीफें की जा रही है. लोगों का कहना है कि नफरत की दंगाई वीडियोज के बीच एक इंसानियत की कहानी सामने आई है. यह घटना मानवीय साहस और सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल बन गई है. रिपोर्टों के मुताबिक, पुलिस ने मुस्लिम बुजुर्ग के इस निस्वार्थ साहस की सराहना करते हुए उन्हें सम्मानित किया है.

