अज़ान की व्यवस्था
बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम
(अल्लाह दयावान, कृपाशील के नाम से)
नबी करीम (सल्ल.) मदीना चले गए। इस्लामी समाज का आरंभ हुआ और इस्लामी समाज के नियम एवं सिद्धांत निर्धारित किए जाने लगे। नमाज़ जमाअत के साथ पढ़ी जाने लगी। पहले अज़ान की...
تری نماز میں باقی جلال ہےنہ جمال
تری اذان میں نہیں ہے مری سحر کا پیام
तेरी नमाज़ में बाक़ी जलाल है न जमाल
तेरी अज़ान में नहीं है मेरी सेहर का पयाम
Teri namaaz mein baaqi jalal hai na Jamaal
teree azaan mein...
अंसार और मुहाजिर भाई-भाई बन गए
प्रिय दर्शको, आप सबको मेरा प्यार भरा सलाम।
नबी करीम (सल्ल.) को एक बहुत बड़ा मेंडेट दिया गया था, जिसके तहत इस्लामी व्यवस्था की स्थापना करनी थी। आप (सल्ल.) आख़िरी नबी थे, और आपके बाद...
اِن غلاموں کا یہ مسلک ہے کہ نا قِص ہے کتاب
کہ سکھاتی نہیں مومن کو غلامی کے طریق
इन गुलामों का यह मसलक है कि नाक़िस है किताब
कि सिखाती नहीं मोमिन को गुलामी के तरीक़
In ghulamon ka yeh maslak hai...
मदीना में नबी (सल्ल.) के दो ख़ुत्बे
प्रिय दर्शको, आप सबको मेरा प्यार भरा सलाम।
हम नबी करीम (सल्ल.) के मदनीकाल से गुज़र रहे हैं। तेरह वर्ष तक कठिनाइयाँ और मुसीबतें सहन करने के बाद नबी करीम (सल्ल.) हिजरत करके मदीना...
خود بدلتے نہیں، قرآں بدل دیتے ہیں
ہوئے کس درجہ فقیہانِ حرم بےتوفیق
खुद बदलते नहीं, क़ुरआन बदल देते हैं
हुए किस दर्जा फ़कीहाने हरम बे तौफ़ीक़
Khud badalte nahi, Quraan ko badal dete hain
huye kis darja faqeehan-e-haram be taufeeq
الفاظ و معنی:۔
فقیہانِ...
मस्जिदे-नबवी का निर्माण
बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम
(अल्लाह दयावान, कृपाशील के नाम से)
प्रिय दर्शको, नबी (सल्ल.) को पहले ही बता दिया गया था कि आपको हिजरत करनी है, और मेराज की यात्रा से वापस आने के बाद सूरा-17 बनी-इसराईल की आयत-80 में अल्लाह ने...
ترے صوفے ہیں اَفرَنگی، ترے قالین اِیرانی
لہو مجھ کو رلاتی ہے جوانوں کی تَن آسانی
तेरे सोफे हैं अफरंगी, तेरे क़ालीन ईरानी
लहू मुझ को रुलाती है जवानो की तन आसानी
Tere sophe hain af-rangi, tere qaaleen Irani
lahu mujh ko rulaati ha...
हिजरत की यात्रा में घटनाएँ
बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम
(अल्लाह दयावान, कृपाशील के नाम से)
اَللّٰہُمَّ صَلِّ عَلٰی مُحَمَّدٍ وَّعَلٰی اٰلِ مُحَمَّدٍ وَّ بَارِکْ وَسَلَّمْ
“ऐ अल्लाह, दयालुता की बारिश कर मुहम्मद पर, आपकी सन्तान पर, आपके अनुयायियों पर और उनको बरकत और सलामती प्रदान कर।”
नबी...
अल्लाह के रसूल (सल्ल.) की मदीना को हिजरत
बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम
(अल्लाह दयावान, कृपाशील के नाम से)
प्रिय दर्शको,
आज आपके सामने हिजरते-मदीना की घटना प्रस्तुत की जाएगी। मक्का वालों ने इस्लाम के लिए अपने दरवाज़े बन्द कर दिए थे। मक्का के बड़े-बड़े सरदारों और...