डॉ. अल्लामा इकबाल

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00:01:33

वह एक सजदा जिसे तू गेरां समझता है! || Dr Allama Iqbal

وہ ایک سَجدہ جسے تو گراں سمجھتا ہے! ہزار سجدوں سے دیتا ہے آدمی کو نَجات वह एक सजदा जिसे तू गेरां समझता है! हज़ार सजदों से देता है आदमी को निजात Woh ek sajda jise tu giraan samjhata hai! hazaar sajdon se deta...
00:01:20

मुल्ला को जो है हिंद में सजदे की इजाज़त | Dr Allama Iqbal

مُلّا کو جو ہے ہند میں سجدے کی اِجازت ناداں یہ سمجھتا ہے کہ ِاسلام ہے آزاد! मुल्ला को जो है हिंद में सजदे की इजाज़त नादाँ यह समझता है कि इस्लाम है आज़ाद! Mulla ko hai hind mein sajade ki ijaazat nadaan yeh...
00:01:26

ख़िरद ने कह भी दिया ला इलाह तो क्या हासिल || Dr Allama Iqbal

خِرَد نے کہہ بھی دیا لاَاِلٰہ تو کیا حاصل دِل و نگاہ مسلماں نہیں تو کچھ بھی نہیں ख़िरद ने कह भी दिया ला इलाह तो क्या हासिल दिल व निगाह मुस्लमान नहीं तो कुछ भी नहीं Khirad ne kah bhi diya La-Ilah...
00:01:26

क़ौम क्या चीज़ है, क़ौमों की इमामत क्या है | Dr Allama Iqbal

قوم کیا چیز ہے، قوموں کی امامت کیا ہے اس کو کیا سمجھیں یہ بیچارے دو رکعت کے امام क़ौम क्या चीज़ है, क़ौमों की इमामत क्या है इस को क्या समझें यह बेचारे दो रेकात के इमाम Qaum kya cheez hai, qaumon...
00:01:23

तेरी नमाज़ में बाक़ी जलाल है न जमाल || Dr Allama Iqbal

تری نماز میں باقی جلال ہےنہ جمال تری اذان میں نہیں ہے مری سحر کا پیام तेरी नमाज़ में बाक़ी जलाल है न जमाल तेरी अज़ान में नहीं है मेरी सेहर का पयाम Teri namaaz mein baaqi jalal hai na Jamaal teree azaan mein...
00:01:22

इन गुलामों का यह मसलक है कि नाक़िस है किताब | Dr Allama Iqbal

اِن غلاموں کا یہ مسلک ہے کہ نا قِص ہے کتاب کہ سکھاتی نہیں مومن کو غلامی کے طریق इन गुलामों का यह मसलक है कि नाक़िस है किताब कि सिखाती नहीं मोमिन को गुलामी के तरीक़ In ghulamon ka yeh maslak hai...
00:01:38

खुद बदलते नहीं, क़ुरआन बदल देते हैं | Dr Allama Iqbal

خود بدلتے نہیں، قرآں بدل دیتے ہیں ہوئے کس درجہ فقیہانِ حرم بےتوفیق खुद बदलते नहीं, क़ुरआन बदल देते हैं हुए किस दर्जा फ़कीहाने हरम बे तौफ़ीक़ Khud badalte nahi, Quraan ko badal dete hain huye kis darja faqeehan-e-haram be taufeeq الفاظ و معنی:۔ فقیہانِ...
00:01:21

तेरे सोफे हैं अफरंगी, तेरे क़ालीन ईरानी || Dr Allama Iqbal

ترے صوفے ہیں اَفرَنگی، ترے قالین اِیرانی لہو مجھ کو رلاتی ہے جوانوں کی تَن آسانی तेरे सोफे हैं अफरंगी, तेरे क़ालीन ईरानी लहू मुझ को रुलाती है जवानो की तन आसानी Tere sophe hain af-rangi, tere qaaleen Irani lahu mujh ko rulaati ha...
00:01:19

अगर जवाँ हों मेरी क़ौम के जसूर व गयूर || Dr Allama Iqbal

اگر جواں ہوں مری قوم کے جسُور و غَیٗور قلندری مری کچھ کم سکنْدری سے نہیں अगर जवाँ हों मेरी क़ौम के जसूर व गयूर क़लन्दरी मेरी कुछ कम सिकन्दरी से नहीं Agr jawaan ho meri qaum ke jsoor w ghayoor qalandri meri...
00:01:30

“क़ुम बे-इज़-निल-लाह” कह सकते थे जो रुखसत हुए

’’قُم بِاِذنِ اللہ‘‘ کہہ سکتے تھے جو رخصت ہو ئے خانقاہوں میں مُجاور رہ گئے یا گورکَن "क़ुम बे-इज़-निल-लाह" कह सकते थे जो रुखसत हुए ख़ानक़ाहों में मुजावर रह गए या गोरकन “Qum be-iznil-laah” kah sakte the jo rukhsat huye khanqaahon mein mujawar rah...

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पश्चिम बंगाल ओबीसी मामला: सुप्रीम कोर्ट ने कहा, ‘धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं हो सकता’

नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को कलकत्ता उच्च न्यायालय के फैसले को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुनवाई...
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