हज़रत मुहम्मद (सल्ल.): दाई हलीमा के घर से वापस माँ आमिना के पास
बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम
(अल्लाह दयावान, कृपाशील के नाम से)
प्रिय दर्शको, आप सबको मेरा प्यार भरा सलाम।
नबी (सल्ल.) दूध पिलाने वाली माँ दाई हलीमा के पास लगभग दो वर्ष रहे। दो...
یہ گھڑی مَحشَر کی ہے تو عرصٔہ محشر میں ہے
پیش کر غافل عمل کوئی اگر دفتر میں ہے
यह घड़ी महशर की है तू अर्से मशहर में है
पेश कर ग़ाफ़िल अमल कोई अगर दफ्तर में है
yeh gahdi mehshar ki hai...
बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम
(अल्लाह दयावान, कृपाशील के नाम से)
प्रिय दर्शको, आप सबको मेरा प्यार भरा सलाम।
तमाम नबियों के समापक हज़रत मुहम्मद मुस्तफ़ा (सल्ल.) आज से लगभग साढ़े चौदह सौ वर्ष पहले पैदा हुए। हज़रत ईसा (अलैहि.) के 570 वर्ष के बाद, 12...
آگ ہے، اولادِ ابراہیم ہے، نمرود ہے
کیا کسی کو پھر کسی کا امتحاں مقصود ہے
आग है, औलाद इब्राहीम है नमरूद है
क्या किसी को फिर किसी का इम्तेहान मक़सूद है
aag hai, aulad-e-ibraheem hai, namrood hai
kya kisi ko phir kisi ka...
کی محمد سے وفا تونے تو ہم تیرے ہیں
یہ جہاں چیز ہے کیا لوح و قلم تیرے ہیں
की मुहम्मद से वफ़ा तूने तो हम तेरे हैं
यह जहाँ चीज़ है क्या लौह व क़लम तेरे हैं
ki muhammad se wafa tune...
فرقہ بندی ہے کہیں اور کہیں ذاتیں ہیں
کیا زمانے میں پنپنے کی یہی باتیں ہیں
फ़िरक़ा बंदी है कहीं और कहीं जातें हैं
क्या ज़माने में पनपने की यही बातें हैं
firqa bandi hai kahin aur kahin zatein hain
kya zamaane mein panpane...
خودی کو کر بلند اتنا کہ ہر تقدیر سے پہلے
خدا بندے سے خود پوچھے بتا تیری رضا کیا ہے
ख़ुदी को कर बुलंद इतना कि हर तक़दीर से पहले
ख़ुदा बन्दे से ख़ुद पूछे, बता तेरी रज़ा क्या है
khudi ko kar...
آئین جواں مرداں حق گوئی و بیباکی
اللہ کے شیروں کو آتی نہیں روباہی
आईने जवां मर्दा हक़ गई व बेबाकी
अल्लाह के शेरों को आती नहीं रोबाही
aaine jawan mardaan haq goi wa bebaaki
Allah ke sheron ko aati nahi robahi
الفاظ و معنی:۔
آئین:...
میخانہ یورپ کے دستور نرالے ہیں
لاتے ہیں سرور اول، دیتے ہیں شراب آخر
मैखानए यूरोप के दस्तूर निराले हैं
लाते हैं सुरूर अव्वल, देते हैं शराब आखिर
maikhan-e-Europe ke dastoor niraale hain
laate hain suroor awwal, dete hain sharab aakhir
الفاظ و معنی:۔
میخانہ: شراب...
میں تجھ کو بتاتا ہوں تقدیر امم کیا ہے
شمشیر و سناں اول طاوس و رباب آخر
मै तुझ को बताता हूँ तक़दीर उमम क्या है
शमशीर व सिना अव्वल ताउस व रुबाब आखिर
mai tujh ko batata hun taqdeer umam kya hai
shamsheer...