जाफ़र तय्यार (रज़ि.) नज्जाशी के दरबार में
बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम
(अल्लाह दयावान, कृपाशील के नाम से)
प्रिय दर्शको, आप सबको मेरा प्यार भरा सलाम।
यह सन् 5 नबवी का ज़िक्र है— हिज्री साल का मतलब होता है कि नबी (सल्ल.) के हिजरत करने के बाद...
अब्दुल्ला-बिन-मसऊद (रज़ि.) का साहस
बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम
(अल्लाह दयावान, कृपाशील के नाम से)
प्रिय दर्शको, आप सबको मेरा प्यार भरा सलाम।
हज़रत मुहम्मद (सल्ल.) की पैग़म्बरी का सातवाँ वर्ष था। इस्लाम का सन्देश लगातार फैलता जा रहा था और मक्का के बड़े लोग बहुत परेशान...
अल्लाह के रसूल (सल्ल.) का सौदेबाज़ी से इनकार
प्रिय दर्शको,
आज उत्बा-बिन-रबीआ, जो कि मक्का का एक बड़ा सरदार था, उससे जुड़ी कुछ बातें आपके सामने पेश की जाएँगी।
इस्लाम का सन्देश धीरे-धीरे फैलता जा रहा था। मक्का के बड़े-बड़े सरदार और...
Hamza Embraces Islam || Maulana Ejaz Ahmed Aslam || SADAA Times
हज़रत हमज़ा (रज़ि.) का इस्लाम क़ुबूल करना
बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम
(अल्लाह दयावान, कृपाशील के नाम से)
अल्लाहुम-म सल्ले अला मुहम्मदिवँ वला आले मुहम्मद व बारिक वसल्लम।
“ऐ अल्लह, रहमत (दयालुता) की बारिश कर मुहम्मद (सल्ल.)...
हज़रत मुहम्मद (सल्ल.) के मुअज़्ज़िन बिलाल (रज़ि.)
बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम
(अल्लाह दयावान, कृपाशील के नाम से)
प्रिय दर्शको, आप सबको मेरा प्यार भरा सलाम।
हज़रत बिलाल (रज़ि.) हब्शा (इथोपिया) के रहनेवाले हब्शी अर्थात् अश्वेत नस्ल के थे। वह उमैया-बिन-ख़ल्फ़ के ग़ुलाम थे, जो मक्का का...
सहाबी ख़ब्बाब (रज़ि.) की आज़माइशें
बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम
(अल्लाह दयावान, कृपाशील के नाम से)
प्रिय दर्शको,
आज की इस प्रस्तुति का शीर्षक है ‘सहाबी ख़ब्बाब (रज़ि.) की आज़माइशें’। हज़रत ख़ब्बाब (रज़ि.) उम्मे-अन्मार के ग़ुलाम थे। उस ज़माने में महिलाएँ भी बहुत सशक्त होती थीं। आज...
सहाबा (रज़ि.) को सख़्त प्रताड़नाएँ देना
प्रिय दर्शको,
आज आपके सामने कुछ घटनाएँ प्रस्तुत की जाएँगी नबी (सल्ल.) के साथियों को किस प्रकार से सताया गया, और किस तरह से उन्हें अल्लाह के मार्ग में प्रताड़ित किया गया। हज़रत अम्मार (रज़ि.),...
अबू-जहल की शरारतें
बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम
(अल्लाह दयावान, कृपाशील के नाम से)
प्रिय दर्शको,
आज की इस प्रस्तुति का शीर्षक है, ‘अबू-जहल की शरारतें’।
अबू-जहल आप (सल्ल.) का रिश्ते का चचा था (जबकि अबू-लहब आपका सगा चचा था), वह एक धनी व्यापारी था और क़ुरैश का...
पैग़म्बर हज़रत मुहम्मद (सल्ल.) का तीव्र विरोध
बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम
(अल्लाह दयावान, कृपाशील के नाम से)
प्रिय दर्शको, आप सबको मेरा प्यार भरा सलाम।
दीन (धर्म) का रास्ता आसान नहीं है। जब भी लोगों ने अल्लाह के दीन को अपनाया तो उन्हें विभिन्न कठिनाइयों का...
The Prophet’s Courage and Determination || Maulana Ejaz Ahmed Aslam || SADAA Times
पैग़म्बर मुहम्मद (सल्ल.) का साहस और दृढ़ संकल्प
बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम
(अल्लाह दयावान, कृपाशील के नाम से)
प्रिय दर्शको, आप सबको मेरा सलाम।
आज आपके सामने नबी (सल्ल.) से पहले के दौर के...