दिल्ली में एक होटल ने जो ओयो रूम्स के तहत सूचीबद्ध है एक कश्मीरी युवक को कथित तौर पर जम्मू-कश्मीर की आईडी पर कमरा देने से इनकार कर दिया. इस घटना के वायरल होने के बाद इस होटल की...
अब्दुल्ला-बिन-मसऊद (रज़ि.) का साहस
बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम
(अल्लाह दयावान, कृपाशील के नाम से)
प्रिय दर्शको, आप सबको मेरा प्यार भरा सलाम।
हज़रत मुहम्मद (सल्ल.) की पैग़म्बरी का सातवाँ वर्ष था। इस्लाम का सन्देश लगातार फैलता जा रहा था और मक्का के बड़े लोग बहुत परेशान...
अल्लाह के रसूल (सल्ल.) का सौदेबाज़ी से इनकार
प्रिय दर्शको,
आज उत्बा-बिन-रबीआ, जो कि मक्का का एक बड़ा सरदार था, उससे जुड़ी कुछ बातें आपके सामने पेश की जाएँगी।
इस्लाम का सन्देश धीरे-धीरे फैलता जा रहा था। मक्का के बड़े-बड़े सरदार और...
نقش ہیں سب ناتمام، خونِ جگر کے بغیر
نغمہ ہے َسودائے خام، خونِ جگر کے بغیر
नक़श हैं सब नातमाम, ख़ूने जिगर के बग़ैर
नग़मा है सौदाए खाम, ख़ूने जिगर के बग़ैर
Naqsh hain sab naa-tamaam, khoon-e-jigar ke baghair
naghma hai saudaaye khaam, khoon-e-jigar...
Hamza Embraces Islam || Maulana Ejaz Ahmed Aslam || SADAA Times
हज़रत हमज़ा (रज़ि.) का इस्लाम क़ुबूल करना
बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम
(अल्लाह दयावान, कृपाशील के नाम से)
अल्लाहुम-म सल्ले अला मुहम्मदिवँ वला आले मुहम्मद व बारिक वसल्लम।
“ऐ अल्लह, रहमत (दयालुता) की बारिश कर मुहम्मद (सल्ल.)...
शाहीन ग्रुप ऑफ़ इंस्टीटूशन्स के फाउंडर और डायरेक्टर डॉक्टर अब्दुल क़दीर ने सदा टाइम्स से खास बातचीत की. उन्होंने बताया कि शाहीन ग्रुप ने हाल ही में 'हिंदुस्तान में मदारिस का तालीमी निजाम, मसायल और मवाक़े' टॉपिक पर दो...
उत्तर प्रदेश चुनाव जीतने के बाद जिस तरह से बीजेपी विधायक और हिन्दू युवा वाहिनी के ज़रिये मुस्लिम समुदाय के खिलाफ ज़हर उगला जा रहा है. 'द कश्मीर फाइल्स' फिल्म और मंगलवार को जो हिजाब पर कर्नाटक उच्च न्यायालय...
صورتِ شمشیٖر ہے دستِ قضا میں وہ قوم
کرتی ہے جوہر زماں اپنے عمل کا حساب
सूरते शमशीर है दस्ते क़ज़ा में वह क़ौम
करती है जो हर ज़मान अपने अमल का हिसाब
Soorat-e-shamsheer hai dast-e-qaza mein wo qaum
karti hai jo har zaman...
हज़रत मुहम्मद (सल्ल.) के मुअज़्ज़िन बिलाल (रज़ि.)
बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम
(अल्लाह दयावान, कृपाशील के नाम से)
प्रिय दर्शको, आप सबको मेरा प्यार भरा सलाम।
हज़रत बिलाल (रज़ि.) हब्शा (इथोपिया) के रहनेवाले हब्शी अर्थात् अश्वेत नस्ल के थे। वह उमैया-बिन-ख़ल्फ़ के ग़ुलाम थे, जो मक्का का...