पॉइंट ऑफ़ व्यू

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00:06:22

बैअते-अक़बा प्रथम एवं द्वितीय

बैअते-अक़बा प्रथम एवं द्वितीय प्रिय दर्शको, आप सबको मेरा प्यार भरा सलाम। मेराज में नबी (सल्ल.) को यह शुभ-सूचना मिल चुकी थी कि अब तुम्हें हिजरत करनी है, यानी मक्का छोड़ देना है। ताइफ़ मक्का से बहुत क़रीब था। लेकिन...
00:01:25

अल्फ़ाज़ व माने में तफावत नहीं लेकिन || Dr Allama Iqbal

الفاظ و معانی میں تفاوت نہیں لیکن مُلّا کی اذان اور، مجاہد کی اذاں اور अल्फ़ाज़ व माने में तफावत नहीं लेकिन मुल्ला की अज़ान और मुजाहिद की अज़ान और Alfaaz w maane mein tafawut nahi lekin mulla ki azaan aur mujahid ki...
00:05:22

मेराज का सफ़र-2

मेराज का सफ़र-2 प्रिय दर्शको, पिछले एपिसोड में आपने मेराज के सफ़र के बारे में कुछ बुनियादी बातें सुनी थीं, आज उसी का शेष भाग आपकी सेवा में प्रस्तुत किया जा रहा है। मेराज का वाकिया, मुस्लिम समुदाय के उत्थान के समय...
00:10:51

मेराज का सफ़र-1

मेराज का सफ़र-1 बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम (अल्लाह दयावान, कृपाशील के नाम से) प्रिय दर्शको, आज आप ‘मेराज का सफ़र’ के विषय पर मेरी कुछ बातें सुनेंगे। अल्लाह तआला की यह रीति है कि वह अपने पैग़म्बरों की मदद करता है और उन्हें और अपने दूसरे...
00:01:25

नहीं तेरा नशेमन क़स्रे सुल्तानी के गुंबद पर! || Dr Allama Iqbal

نہیں تیرا نشیمن قصرِ سلطانی کے گنبد پر! تو شاہیں ہے بسیرا کر پہاڑوں کی چٹانوںمیں नहीं तेरा नशेमन क़स्रे सुल्तानी के गुंबद पर! तू शाहीन है बसेरा कर पहाड़ों की चट्टानों में Nahi tera nasheman qasr-e-sultani ke gunbad per! tu shaheen hai basera...
00:05:16

नबी (सल्ल.) मुतइम-बिन-अदी की पनाह में

नबी (सल्ल.) मुतइम-बिन-अदी की पनाह में प्रिय दर्शको, ताइफ़ में नबी (सल्ल.) को जिस अपमान और उपेक्षा को सहन करना पड़ा उसके बाद मक्का में आप (सल्ल.) की पोज़िशन काफ़ी ख़राब हो गई। मक्का के सरदार और धनाढ़्य लोग इसपर...
00:01:13

उक़ाबी रूह जब बेदार होती है जवानो में || Dr Allama Iqbal

عقابی روح جب بیدار ہوتی ہے جوانوں میں نظر آتی ہے اس کو اپنی منزل آسمانوں میں उक़ाबी रूह जब बेदार होती है जवानो में नज़र आती है उस को अपनी मंज़िल आसमानों में Uqaabi rooh jab bedaar hoti hai jawaano mein nazar aati...
00:06:39

ईसाई ग़ुलाम अद्दास का इस्लाम स्वीकार करना

ईसाई ग़ुलाम अद्दास का इस्लाम स्वीकार करना प्रिय दर्शको, आप सबको मेरा प्यार भरा सलाम। नबी (सल्ल.) के मक्का में रहते हुए यह आख़िरी साल था। मक्का के सरदारों और धनाढ्य लोगों को दिलों पर मानो मुहर लग गई थी। उन्हें...
00:05:44

अल्लाह के रसूल (सल्ल.) मुश्किलों के घेरे में || SADAA Times

अल्लाह के रसूल (सल्ल.) मुश्किलों के घेरे में प्रिय दर्शको, आप सबको मेरा प्यार भरा सलाम। हज़रत मुहम्मद (सल्ल.) जो सारे संसार के लिए सर्वथा दयालुता बनाकर भेजे गए थे, उन्हें मक्का में भी और मक्का के बाद मदीना में...
00:01:21

हया नहीं है ज़माने की आँख में बाक़ी || Dr Allama Iqbal

حیا نہیں ہے زمانے کی آنکھ میں باقی خدا کرے کہ جوانی تری رہے بے داغ हया नहीं है ज़माने की आँख में बाक़ी खुदा करे की जवानी तेरी रहे बे-दाग़ Hayaa nahi hai zamaane ki aankh mein baaqi khuda kare ki jawaani...

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‘संभल का नाम बदल दिया जाए तो हैरत नहीं होनी चाहिए’, शिक्षा मंत्री गुलाब देवी ने कहा

Sambhal News: पिछले कुछ समय लगातार शाही मस्जिद की वजह में चर्चा में रहे संभल अब एक नए विषय...
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