डॉ. अल्लामा इकबाल
उक़ाबी रूह जब बेदार होती है जवानो में || Dr Allama Iqbal
عقابی روح جب بیدار ہوتی ہے جوانوں میں
نظر آتی ہے اس کو اپنی منزل آسمانوں میں
उक़ाबी रूह जब बेदार होती है जवानो में
नज़र आती है उस को अपनी मंज़िल आसमानों मेंUqaabi rooh jab bedaar hoti hai jawaano mein
nazar aati...
पॉइंट ऑफ़ व्यू
ईसाई ग़ुलाम अद्दास का इस्लाम स्वीकार करना
ईसाई ग़ुलाम अद्दास का इस्लाम स्वीकार करनाप्रिय दर्शको, आप सबको मेरा प्यार भरा सलाम।नबी (सल्ल.) के मक्का में रहते हुए यह आख़िरी साल था। मक्का के सरदारों और धनाढ्य लोगों को दिलों पर मानो मुहर लग गई थी। उन्हें...
देश
ईद का पैग़ाम- ‘जो अल्लाह से डरता है उसे दुनिया में किसी और से डरने की ज़रूरत नहीं है’: अमीनुल हसन, उपाध्यक्ष, जमाअत इस्लामी...
नई दिल्ली: देशभर में 3 मई को ईद-उल-फितर बड़ी धूमधाम और जोश-ओ-ख़रोश के साथ मनाई गई. दिल्ली के मस्जिद इशाअते इस्लाम में ईद का खुत्बा जमाअत इस्लामी हिन्द के उपाध्यक्ष अमीनुल हसन ने दिया.ईद के ख़ुत्बे में उन्होंने मुसलमानो...
पॉइंट ऑफ़ व्यू
अल्लाह के रसूल (सल्ल.) मुश्किलों के घेरे में || SADAA Times
अल्लाह के रसूल (सल्ल.) मुश्किलों के घेरे मेंप्रिय दर्शको, आप सबको मेरा प्यार भरा सलाम। हज़रत मुहम्मद (सल्ल.) जो सारे संसार के लिए सर्वथा दयालुता बनाकर भेजे गए थे, उन्हें मक्का में भी और मक्का के बाद मदीना में...
देश
फैक्ट फाइंडिंग रिपोर्ट के साथ प्रधानमंत्री और गृह मंत्री से मुलाक़ात की जाएगी: जमाअत इस्लामी हिन्द
नई दिल्ली: देश के विभिन्न राज्यों और हिस्सों में सांप्रदायिक हिंसा हो रहे हैं, खासतौर पर जिस तरह से रामनवमी के मौके पर हुए हैं. रामनवमी के मौके पर शोभा यात्रा के नाम पर मुसलमानों को निशाना बनाया जा...
डॉ. अल्लामा इकबाल
हया नहीं है ज़माने की आँख में बाक़ी || Dr Allama Iqbal
حیا نہیں ہے زمانے کی آنکھ میں باقی
خدا کرے کہ جوانی تری رہے بے داغ
हया नहीं है ज़माने की आँख में बाक़ी
खुदा करे की जवानी तेरी रहे बे-दाग़Hayaa nahi hai zamaane ki aankh mein baaqi
khuda kare ki jawaani...
पॉइंट ऑफ़ व्यू
हज़रत ख़दीजा (रज़ि.) और अबू-तालिब का इन्तिक़ाल
हज़रत ख़दीजा (रज़ि.) और अबू-तालिब का इन्तिक़ालबिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम
(अल्लाह दयावान, कृपाशील के नाम से)प्रिय दर्शको, आप सबको मेरा प्यार भरा सलाम।नबी (सल्ल.) का आन्दोलन आगे बढ़ता जा रहा था। सद्बुद्धि रखनेवाले लोग धीरे-धीरे इस्लाम के दायरे में दाख़िल हो रहे थे।...
डॉ. अल्लामा इकबाल
यह इल्म, यह हिक्मत, यह तदब्बुर, यह हुकूमत! || Dr Allama Iqbal
یہ علم، یہ حکمت، یہ تدبّر، یہ حکومت!
پیتے ہیں لہُو، دیتے ہیں تعلیم مساوات
यह इल्म, यह हिक्मत, यह तदब्बुर, यह हुकूमत!
पीते हैं लहू, देते हैं तालीमे मसावातYeh ilm, yeh hikmat, yeh tadabbur, yeh hukoomat!
pete hain lahu, dete hain...
पॉइंट ऑफ़ व्यू
अल्लाह के रसूल (सल्ल.) का सामाजिक बहिष्कार
अल्लाह के रसूल (सल्ल.) का सामाजिक बहिष्कारबिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम
(अल्लाह दयावान, कृपाशील के नाम से)प्रिय दर्शको,अल्लाह के रसूल (सल्ल.) की पैग़म्बरी का सातवाँ साल था और क़ुरैश का विरोध बढ़ता जा रहा था, क्योंकि वे देख रहे थे कि सकारात्मक सोच और...
डॉ. अल्लामा इकबाल
ज़ाहिर में तिजारत है, हकीकत में जुवा है || Dr Allama Iqbal
ظاہر میں تجارت ہے، حقیقت میں جُوا ہے
سود ایک کا لاکھوں کے لیے مرگِ مفاجات
ज़ाहिर में तिजारत है, हकीकत में जुवा है
सूद एक का लाखों के लिए मर्गे मुफाजात
Zaahir mein tijaarat hai, haqeeqat mein juwa hai
sood ek ka...
Latest News
अखलाक लिंचिंग केस में योगी सरकार को करारा झटका, कोर्ट ने आरोपियों के खिलाफ केस वापस लेने की अर्जी खारिज की
Akhlaq Moblynching Case Update: उत्तर प्रदेश की सूरजपुर कोर्ट ने आज यानी कि मंगलवार, 23 दिसंबर को योगी सरकार...
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